हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पानीपत में एक बयान में कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना नदी में जहर मिलाने का आरोप लगाकर उसी मिट्टी को कलंकित किया है, जिसमें वह जन्मे थे। सीएम सैनी का यह बयान इसलिए आया क्योंकि केजरीवाल मूल रूप से हिसार के सिवानी मंडी के रहने वाले हैं।
पानीपत में बजट पर उद्योगपतियों से बातचीत के दौरान सैनी ने कहा कि “केजरीवाल को सोते हुए सपना आया कि हरियाणा ने यमुना में जहर मिला दिया। फिर वह उठे और बिना सोचे-समझे आरोप लगाने लगे, जिससे लोगों के अंदर भय पैदा हो रहा है।”
केजरीवाल के बयान पर सैनी का पलटवार
यह बयान सीएम सैनी ने उस समय दिया जब अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि हरियाणा की बीजेपी सरकार ने यमुना में जहर मिला दिया था, जिससे दिल्ली में सामूहिक नरसंहार हो सकता था। इस मामले में सोनीपत कोर्ट में केजरीवाल के खिलाफ केस भी दायर किया गया है, और 17 फरवरी को इस पर सुनवाई होगी।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का तंज
इस बीच, कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी ने भी केजरीवाल पर हमला करते हुए एक पोस्ट में लिखा, “केजरीवाल क्या खुद यमुना का पानी पिएंगे? कभी नहीं, क्योंकि वह जानते हैं कि एक बार पिएंगे तो अस्पताल में मिलेंगे। लेकिन प्रदूषित पानी वह दिल्ली की जनता को लगातार पिला रहे हैं।”
केजरीवाल की आलोचना
सैनी ने केजरीवाल के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दिल्ली के लोग अब केजरीवाल से तंग आ चुके हैं। उन्होंने पिछले 10 सालों में दिल्ली के लिए कोई ठोस काम नहीं किया और लगातार झूठ बोला। “जब दिल्ली के लोग काम लेकर उसके पास जाते हैं, तो वह इधर-उधर की बात करता है और हमेशा दूसरे पर आरोप लगाता है। पहले वह यमुना को साफ करने का वादा करता था, फिर वह कहता था कि अगले चुनाव में यमुना को साफ कर दूंगा। अब जब उसके पास कोई और बात नहीं है, तो वह हरियाणा पर आरोप लगा रहा है।”
हरियाणा ने दिल्ली को स्वच्छ पानी दिया
सैनी ने यह भी कहा कि “हरियाणा दिल्ली को स्वच्छ और शुद्ध पानी प्रदान कर रहा है। दिल्ली हमारे परिवार का हिस्सा है, लेकिन केजरीवाल के आरोप असहनीय हैं।” सैनी ने यह भी कहा कि दिल्ली में पानी की कमी नहीं है, बल्कि पानी के वितरण की कमी है। उन्होंने केजरीवाल की आलोचना करते हुए कहा कि “वह पिछले 10 सालों में भ्रष्टाचार पर ध्यान दे रहे हैं, लेकिन लोगों की जरूरतों पर नहीं।”
चुनाव आयोग की कार्रवाई
इसी बीच, AAP ने इस मामले में चुनाव आयोग से शिकायत की थी। आयोग ने केजरीवाल को 31 जनवरी तक इस मुद्दे पर सबूत पेश करने के लिए कहा है, और यदि ऐसा नहीं किया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी है।