हरियाणा में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अब राष्ट्रीय मुद्दों पर सड़कों पर उतर आई है। उद्योगपति गौतम अडानी और मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने आज राजभवन कूच किया। हालांकि, चंडीगढ़ पुलिस ने राजभवन से 400 मीटर पहले ही कांग्रेस नेताओं को बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया। इसके बावजूद, कांग्रेसी नेताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन जारी रखा।
कांग्रेस नेताओं का प्रदर्शन तब शांत हुआ जब राजभवन से एक प्रतिनिधि ने ज्ञापन लिया और कांग्रेसियों का आंदोलन खत्म कराया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी मनमानी कर रही है, जिससे किसानों और आम आदमी को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हुड्डा ने कहा कि सरकार ने दावा किया था कि किसानों की आमदनी दोगुनी होगी, लेकिन न केवल आमदनी दोगुनी नहीं हुई, बल्कि उनकी लागत भी दोगुनी हो गई है।
कांग्रेस पार्टी के इस देशव्यापी प्रदर्शन में कई सांसद अनुपस्थित रहे, जिसके बारे में पार्टी नेताओं का कहना था कि वे संसद के शीतकालीन सत्र में व्यस्त थे। AICC के निर्देश पर कांग्रेसियों ने यह प्रदर्शन किया, जिसमें अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा गौतम अडानी और उनके सहयोगियों के भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के आरोपों का भी विरोध किया गया।
इसके साथ ही, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मणिपुर में लगातार हिंसा, गोलीबारी, कर्फ्यू और अराजकता के मामलों में भाजपा सरकार की विफलता का विरोध करते हुए यह राजभवन मार्च आयोजित किया।