संसद में बेअदबी मुद्दे पर चर्चा की मांग, AAP सांसद मलविंदर कंग ने दिया स्थगन प्रस्ताव नोटिस
आज (27 नवंबर) संसद के शीतकालीन सत्र में पंजाब में बेअदबी के मामलों पर चर्चा की मांग उठाई जाएगी। आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने इस संबंध में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। उन्होंने पंजाब सरकार द्वारा बेअदबी मामले पर पारित प्रस्ताव पर चर्चा की मांग की है और कहा है कि इस मुद्दे पर सर्वसम्मति से पारित कानून को कानूनी मान्यता मिलनी चाहिए।
कंग का कहना है कि बेअदबी एक गंभीर मुद्दा है, और इस तरह के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि इस विषय पर संसद में विस्तृत चर्चा हो। उन्होंने बताया कि 28 अगस्त 2018 को पंजाब विधानसभा ने भारतीय दंड संहिता और सिविल प्रक्रिया विधेयक 2018 पारित किया था, जिसमें दोषियों के लिए आजीवन कारावास का प्रावधान किया गया है।
कंग ने यह भी कहा कि पंजाब सरकार इस मुद्दे को लगातार केंद्र सरकार के समक्ष उठा रही है और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस संबंध में गृह मंत्री को पत्र भी लिखा था।
राघव चड्ढा ने भी 2015 में बेअदबी मामले को उठाया था, दी थी कठोर सजा की मांग
आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने 2015 में भी पंजाब में बेअदबी के मामलों को राज्यसभा में उठाया था। उस समय उन्होंने बेअदबी बरगाड़ी और लुधियाना में श्री मदभगवत गीता की बेअदबी के मामले को गंभीरता से उठाया था। चड्ढा ने तब सरकार से अपील की थी कि इन घटनाओं में शामिल दोषियों को कठोर सजा दी जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
यह मामला तब से ही लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है, और आज भी पंजाब में इस मुद्दे पर राजनीतिक दल और नेता इसकी गंभीरता को लेकर मुखर हैं। हाल ही में, AAP के सांसद मलविंदर सिंह कंग ने संसद में बेअदबी मामले पर चर्चा की मांग उठाई है, और इस विषय पर कानून को कानूनी मान्यता देने की बात कही है।