चंडीगढ़, 9 अप्रैल
लोकसभा चुनावों से पहले, विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार को अपने वादों को पूरा करने में विफलता और राज्य में व्याप्त मुद्दों पर उसके लापरवाह रवैये के लिए कटघरे में खड़ा कर दिया।
उन्होंने कहा कि आप ने राज्य से भ्रष्टाचार खत्म करने का संकल्प लिया था। पार्टी ने यह भी कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। अब, सरकार को पंजाब के लोगों को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि वह पंजाब में भ्रष्टाचार को खत्म करने में विफल क्यों रही है। आप सरकार को बताना चाहिए कि वह वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने में विफल क्यों रही।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बाजवा ने कहा कि मादक पदार्थों की समस्या को समाप्त करने के आप के वादे और प्रतिबद्धताएं खोखली साबित हुई हैं। आप के दो साल के शासन में ड्रग ओवरडोज के कारण होने वाली मौतें एक नया सामान्य हो गई हैं। इसी तरह, कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है और आप सरकार ने राज्य में बढ़ती अपराध दर को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा, ‘आप सरकार ने न तो संविदा कर्मियों की सेवाएं नियमित की हैं और न ही पुरानी पेंशन योजना लागू की है। इसने केवल झूठे वादे किए और दोनों मुद्दों पर भ्रामक जानकारी प्रस्तुत की। आप सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था को भी दुरुस्त नहीं कर सकी। इसके विपरीत, आप के दो साल के शासन में राज्य पर कर्ज का बोझ बढ़ गया है। राज्य सरकार को वित्तीय वर्ष 2024-25 में 30,465 करोड़ रुपये उधार लेने का अनुमान है।
विपक्षी नेता ने कहा कि आश्वासन के बावजूद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत ने उन किसानों को मुआवजा नहीं दिया, जिनकी फसलें बाढ़, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त हो गई थीं। सीएम मान नदी के पानी और राजधानी चंडीगढ़ पर राज्य के अधिकारों की रक्षा करने में भी विफल रहे।
उन्होंने कहा, ”आप सरकार अवैध खनन से 20,000 करोड़ रुपये और भ्रष्टाचार खत्म कर 34,000 करोड़ रुपये नहीं जुटा सकी। इसी तरह, पंजाब की महिलाएं अभी भी सरकार द्वारा प्रति माह 1000 रुपये के अपने वादे को पूरा करने का इंतजार कर रही हैं।