लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में बिहार की 5 सीटों पर 56 प्रतिशत मतदान, इन दिग्गजों के भाग्य का फैसला EVM में बंद

पटना. लोकसभा चुनाव के चौथे चरण का चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है. बिहार में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में पांच सीटों-दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय और मुंगेर संसदीय क्षेत्र में वोटिंग हुई. लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में बिहार की पांच सीटों पर 6 बजे तक 56.85 प्रतिशत मतदान हुआ. हालांकि यह फाइनल आंकड़ा नहीं है. फाइनल मतदान प्रतिशत में थोड़ी वृद्धि होने की संभावना है. बिहार के दरभंगा में शाम 6 बजे तक 56.63 प्रतिशत, बेगूसराय में 58.40 प्रतिशत,  मुंगेर में 55 प्रतिशत, उजियारपुर में 56 प्रतिशत और समस्तीपुर में 58 प्रतिशत मतदान हुआ है.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि चौथे चरण में 55 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में सील हो गयी है. वहीं चुनाव संपन्न होने के साथ ही राजनीतिक दलों ने जीत के दावे भी शुरू कर दिया है. एक तरफ जहां एनडीए ने पांचों सीट पर जीत के दावे किए तो वहीं महागठबंधन ने भी दावा किया है कि जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ रहा है. वैसे-वैसे इंडिया गठबंधन शानदार जीत की ओर बढ़ रही है.

दरअसल चौथे चरण के चुनाव में वोटरों ने काफी उत्साह दिखाया है और वोट प्रतिशत बढ़ने पर दोनों गठबंधन के तरफ से अपने पक्ष में तर्क दिए जा रहे हैं. अब बात पांचों सीट की एक-एक करके के करते है. सबसे पहले दरभंगा सिट की करते हैं जहां से बीजेपी के गोपालजी ठाकुर दूसरी बार मैदान में हैं. इनका मुकाबला नीतीश सरकार में मंत्री आरजेडी के विधायक ललित यादव से है जो आरजेडी के समीकरण  पर बीजेपी उम्मीदवार को टक्कर दे रहे हैं. ललित यादव आरजेडी के मज़बूत नेता माने जाते है और बीजेपी उम्मीदवार को कड़ी टक्कर दे रहे हैं. वहीं गोपाल जी ठाकुर नीतीश कुमार और केंद्र सरकार के विकास कार्यों के साथ साथ दरभंगा एयरपोर्ट पर भी वोट मांग रहे हैं.

वहीं बेगूसराय से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह दूसरी बार मैदान में हैं, जिनके प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ साथ आसाम के मुख्यमंत्री हिमन्त बिश्व शर्मा और नीतीश कुमार तक चुनाव प्रचार कर चुके हैं. गिरिराज सिंह ने खुल कर हिंदुत्व की राजनीति पर वोट मांगा है. गिरिराज सिंह ने पिछली बार कन्हैया कुमार को शिकस्त दिया था. वहीं गिरिराज सिंह को लेफ्ट के पूर्व विधायक यादव अवधेश राय टक्कर दे रहे हैं, जो OBC समाज से आते हैं. बेगूसराय कभी लेफ्ट का गढ़ हुआ करता था. लेकिन बीजेपी ने उस पर कब्जा जमा लिया है. लेफ्ट के उम्मीदवार वाम दलों के कोर वोटर के साथ साथ आरजेडी के समीकरण वोटर के सहारे टक्कर दे रहे हैं.

चौथे चरण में मुंगेर की लड़ाई भी दिलचस्प है जहां राजीव रंजन सिंह ललन का मुकाबला अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी से है. ललन सिंह जहां एक तरफ अपने संसदीय क्षेत्र में विकास के नाम पर वोट मांगा है. वहीं दूसरी तरफ डबल इंजन के सरकार के तरफ से कराए गए विकास कार्यों के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के नाम पर भी वोट मांगा. वहीं दूसरी तरफ आरजेडी उम्मीदवार अनीता देवी ने प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव के 17 महीने के कार्यकाल के नाम पर वोट मांगा. वहीं दूसरी तरफ जातीय कार्ड भी जमकर खेला. तेजस्वी यादव ने भी प्रचार के दौरान जातीय कार्ड खेला और इशारो में अगड़ा पिछड़ा कार्ड भी खेल दिया. वहीं बिहार की सबसे चर्चित सीट माने जाने वाली समस्तीपुर सीट पर भी लड़ाई दिलचस्प मानी जा रही है, जहां मुक़ाबला नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी लोजपा चिराग की पार्टी की उम्मीदवार हैं. वहीं दूसरी तरफ मंत्री महेश्वर हजारी के बेटा सन्नी हज़ारी कांग्रेस के टिकट पर मैदान में है. सन्नी हज़ारी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और दोनों पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.

वहीं पांचवीं सीट उजियारपुर भी बेहद हाईं प्रोफ़ाइल सीट मानी जा रही है, जहां बीजेपी से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय मैदान में हैं, जिनके चुनाव प्रचार के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि ये मेरा दोस्त है, इनको जिताइए इन्हें बड़ा आदमी बनाऊँगा. नित्यानंद राय केंद्र सरकार और बिहार सरकार के विकास कार्यों के नाम पर वोट मांगा. वहीं नीतीश सरकार में मंत्री रह चुके आलोक मेहता इन्हें चुनौती दे रहे है जो एनडीए के कोर वोटर कुशवाहा समाज से आते हैं.

Tags: Bihar News, Loksabha Election 2024

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