*बाइक पर जा रहे थे सुल्तानपुर लोधी,कार ने मारी टक्कर,4 घंटे नहीं मिला अस्पतालों में उपचार
पंजाब में सुल्तानपुर अमृतसर हाईवे पर सड़क हादसे में पिता और पुत्री की मौत हो गई। तेजरफ्तार कार चालक ने बाइक को जबरदस्त टक्कर मारी। हादसे के बाद बाइक करीब 15 फूट दूर जाकर गिरी। हादसा इतना भयावक था कि मौके पर व्यक्ति की मौत हो गई जबकि उसके परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल थे। 4 घंटे तक घायलों को लेकर उनके परिजन और लोग अलग-अलग अस्पतालों में घुमते रहे लेकिन किसी ने घायलों का सही से उपचार नहीं किया।
लुधियाना सिविल अस्पताल जब घायलों को लाया गया तब तक 5 वर्षीय बच्ची की मौत हो चुकी थी। मृतक व्यक्ति का नाम संदीप है। उसकी बेटी 6 वर्षीय कोहिनूर है। कोहिनूर पहली यू.के.जी कक्षा में पढ़ती है।
पत्नी गगन और उसकी 10 वर्षीय बेटी अरलीन जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रही है। मृतक संदीप गांव लोहारा नजदीक का रहने वाला है। परिवार का वह इकलौता सहारा था। मृतक संदीप सिंह बॉन ब्रेड में बतौर ड्राइवर काम करता था।
जानकारी मुताबिक संदीप अपने पत्नी और दोनों बेटियों के साथ नकोदर अपनी बहन के पास पिछले दो-तीन दिनों से रह रहा था। आज वह बहन के घर से मोटरसाइकिल लेकर सुल्तानपुर लोधी ननिहाल गया था। वहां से वह अमृतसर जा रहा था। सुल्तानपुर अमृतसर हाईवे पर एक तेजरफ्तार इटियोस कार चालक ने उनके बाइक को टक्कर मारी। खून से लथपथ संदीप ने तो मौके पर ही दम तोड़ दिया। लोगों की भीड़ ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। कार चालक तुरंत मौके से भाग गया। थाना सुल्तानपुर लोधी की पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच कर दोनो वाहनों को कब्जे में लेकर मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की।
4 घंटे घायलों को लेकर अस्पतालों में घूमते रहे परिजन
पीड़ित परिवार के सदस्यों ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर वह सुल्तानपुर लोधी के अस्पताल में पहुंचे। जहां से डॉक्टरों ने तीनों की हालत गंभीर बताते हुए दूसरे अस्पताल में भेज दिया। परिवार उन्हें सुल्तानपुर के ही बड़े अस्पताल में लेकर पहुंचा, जहां से उन्हें अन्य प्राइवेट अस्पताल में भेज दिया गया। जहां डॉक्टरों ने घायलो की हालत देखते हुए भर्ती करने से मना कर दिया। जिसके बाद पुलिस की हस्तक्षेप के बाद घायलो को भर्ती किया गया। देर रात उक्त प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बच्चियों की हालत गंभीर बता अन्य बड़े अस्पताल ले जाने को कहा, जिस पर परिजन उन्हें 108 एंबुलेंस की सहायता से लुधियाना के सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां रास्ते मे छोटी बेटी कोहिनूर ने दम तोड़ दिया। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि अगर समय रहते उनकी बच्चियों को इलाज मिला होता, तो छोटी बच्ची कोहिनूर की मौत ना होती।