मुकेश पांडेय/मिर्जापुर: अपराध पर अंकुश लगाने और अपराधियों के ऊपर नजर रखने के लिए यूपी पुलिस हाईटेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही है. विदेशों की तर्ज पर यूपी पीआरवी के वाहन को हाईटेक किया गया है. इसमें हाई रेज्योल्यूशन वाले कैमरे लगाएं गए हैं. पूरा वाहन अत्याधुनिक संसाधनों से लैस है. किसी भी घटना के बाद सबसे पहले यूपी पीआरवी पहुंचती है. ऐसे में बवाल की स्थिति में पीआरवी वाहन में लगे हाईटेक संसाधनों का इस्तेमाल किया जाएगा. अत्याधुनिक कैमरे से पूरा घटनाक्रम रिकॉर्ड किया जा सकता है.
यूपी पुलिस डायल 112 को हाईटेक बना रही है. सबसे तेज रिस्पॉन्स सिस्टम के साथ अपराधियों पर नजर रखने के लिए अत्याधुनिक संसाधनों से लैस दो वाहन मिर्जापुर पुलिस को मिले हैं. इन वाहनों के ऊपर कैमरे लगाएं गए हैं. हाई क्वालिटी के कैमरे से दो किलोमीटर तक 360 डिग्री तक घूमकर वीडियो रिकॉर्ड हो सकेगा. पीआरवी वाहन पर लगे कैमरे मिर्जापुर और लखनऊ दोनों कंट्रोल रूम से अटैच रहेंगे. ऐसे में बवाल की स्थिति या दंगा की स्थिति में इससे रिकॉर्डिंग हो सकेगी.
एक महीने तक सेव रहेगा कैमरे का डाटा
यूपी पीआरवी में लगे वाहनों में रिकॉर्ड वीडियो एक महीने तक सेव रहेगा. इससे सबूत इक्कठा करने और अपराधियों की पहचान में इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा. पहले पुलिस मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करती थी जिसमें उन्हें काफी परेशानी होती थी. नए वाहनों के आने के बाद वीडियो बनाने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा. मिर्जापुर जिले में कुल 54 पीआरवी के वाहन है जिनमें बाइक और कार दोनों शामिल हैं. दो हाईटेक वाहनों का प्रयोग विंध्याचल और कटरा थाना क्षेत्र में किया जा रहा है.
पीआरवी को मिली है 18 नई गाड़ियां-एसपी सिटी
एसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि मिर्जापुर पीआरवी को 18 नई स्कॉर्पियो गाड़ी मिली हैं. सभी गाड़ियां हाइटेक संसाधनों से लैस हैं. दो गाड़ियां ऐसी हैं, जिनका इस्तेमाल कानून व्यवस्था बिगड़ने पर किया जाएगा. इनमें लगे कैमरे से घटनास्थल से लाइव टेलीकास्ट किया जा सकेगा. वहीं, सारा फुटेज कन्ट्रोल रूम को मिलता रहेगा. फील्ड पर मॉनिटरिंग के लिए नई गाड़ियां आई हुई हैं.
FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 21:44 IST