नितिन सेमवाल. चमोली. उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम की यात्रा इन दिनों चरम पर है. अनेक वीआईपी इस समय अपनी-अपनी गाड़ियों से चारों धाम की यात्रा कर रहे हैं. वहीं चमोली पुलिस के द्वारा भी जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. चेकिंग के दौरान पुलिस को बिना नंबर प्लेट और नीली बत्ती लगी कार नजर आई. पुलिस ने रुकवाया तो कार पर बैठे शख्स ने खुद को यूपी का डीएसपी बताया. देखते ही देखते माहौल गरमा गया. उत्तराखंड की मित्र पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस के डीएसपी की कार का चालान काट दिया.
मामला बीते रविवार देर शाम का है. जब चमोली पुलिस गोपेश्वर जीरो बैंड के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी बिना नंबर प्लेट और नीली बत्ती लगी कार बद्रीनाथ धाम से चोपता केदारनाथ की ओर आ रही थी. चमोली पुलिस के द्वारा कार को रोका गया और चेकिंग की गई.
चेकिंग में पाया गया कि लखनऊ में तैनात उत्तर प्रदेश पुलिस के एक डीएसपी बिना नंबर प्लेट और लाल नीली बत्ती लगाकर निजी कार से सफर कर रहे थे. पुलिस ने उन्हें रोककर कारण पूछा तो वह थाना अध्यक्ष पर ही रौब झाड़ने लगे और उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाने के लिए दबाव बनाते हुए नजर आए. थाना अध्यक्ष गोपेश्वर ने उनकी एक नहीं सुनी. ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर एमपीवी एक्ट में ₹1000 का चालान काट दिया.
गोपेश्वर थाना अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने बताया, ‘राष्ट्रीय राजमार्ग जीरो बैंड तिराहे के पास यात्री वाहन की चेकिंग की गई. इतने में उन्होंने नीली बत्ती लगी बिना नंबर प्लेट की कार तेज रफ्तार से जीरो बैंड की तरफ आती दिखाई दी. उन्होंने वांहन को रोककर चेकिंग की तो बिना नंबर प्लेट की गाड़ी और नीली-लाल बत्ती लगाकर गुजर रही थी. यातायात के नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा था. थाना अध्यक्ष ने चालान काट दिया.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 22:46 IST