‘मेरी बगावत आखिरी मुकाम पर…’ हाईकमान और CM सुक्खू पर जमकर बरसे कांग्रेस के बागी राजिंदर राणा

शिमला. हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई सियासी उथलपुथल के बीच बागी हुए कांग्रेस के पूर्व विधायक राजिंदर राणा ने एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर किया है. राणा ने इस पोस्ट के जरिये हाईकमान से लेकर सीएम सुक्खू पर तीखा हमला बोला है.

राजिंदर राणा ने फेसबुक पर लिखा कि हिमाचल के मेरे प्यारे साथियों, पिछले कुछ दिनों से अपनी देवभूमि में जो सियासी गतिविधियां चल रही है, उससे आप अच्छी तरह वाकिफ हो और मुझे उसके बारे में मुझे अलग के कुछ बताने की जरूरत नहीं है. सारी हकीकत आपके सामने है. जो आपके सामने नहीं हैं और जिसे साजिश के तहत पर्दे के पीछे छिपाया जा रहा है, उसी से आपको रू-ब-रू कराने के लिए मैं ये पोस्ट लिख रहा हूं. क्योंकि मेरी प्रतिबद्धिता, मेरा लगाव, मेरी निष्ठा, मेरा समर्पण, मेरा विश्वास और मेरी जिम्मेदारी आपसे है. सत्ता के शिखर पर बैठे किसी बौने शहंशाह से नहीं हैं.

राणा ने कहा कि हिमाचल चुनाव के दौरान हमने एक कांग्रेस कार्यकर्ता के तौर पर आपसे जो वादा किया था, वो आपको याद होगा. आपने हमारे वादे पर यकीन किया, हमें अपना कीमती वोट देकर वादे को हकीकत में तब्दील करने का अवसर दिया. देवभूमि की सेवा का मौका दिया लेकिन उन वादों की आज हकीकत क्या है? इसके बारे में मैं अभी लिखने बैठ जाऊं तो फिर वादाखिलाफी की एक पूरी किताब लिखनी पड़ जाएगी. कभी सोचा नहीं था कि…जिनके हाथों में मैं खुशी-खुशी फूल का मंजर देकर आया था, उनके हाथों का खंजर मेरे इंतजार में रास्ता तक रहा होगा.

दिल्ली तक लगाई दौड़

आपसे किए वादों को पूरा करने के लिए मैं सुजानपुर से शिमला और शिमला से दिल्ली तक की दौड़ लगाता रहा. हाथ जोड़कर गुहार लगाता रहा है कि हिमाचल और हिमाचलियत को बदनाम मत करो. जो वादा किया है, उसे पूरा करो.लोगों के भरोसे, देवभूमि की पवित्रता और पावनता को कलंकित मत करो, लेकिन ना तो शिमला के शहंशाह के दरबार में मेरी सुनवाई हुई, ना ही हस्तिनापुर के दरकते सिंहासन पर सत्तारूढ़ सत्तानीशों ने मेरी बात पर गौर फरमाया.

आरजू थी इंसाफ की, हिस्से बस जिल्लत आयी

आखिर में मेरे पास बस दो विकल्प बचे थे. पहला-मैं सीएम सुक्खू के किचन कैबिनेट में शामिल होकर सत्ता सुख का आनंद उठाता, दिल्ली के कांग्रेस दरबारियों में अपना नाम लिखाकर सुख चैन की बंसी बजाता, और दूसरा-वही विकल्प जिस पर मैं इस वक्त चल रहा हूं.

और क्या बोले राणा

हिमाचल और हिमाचलियत को बचाने के लिए- प्राण जाए पर वचन ना जाए-की अपनी सनातन संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए बगावत करना.  मैंने दूसरे विकल्प को चुना. क्योंकि इसी देवभूमि की पवित्र-पावन भूमि ने मुझे बचपन से सीखाया है कि अगर सच के लिए बगावत करना जरूरी है तो फिर बगावत से कभी हिचकना मत. देवभूमि की वो सीख, देवभूमि के वो संस्कार और देवभूमि की उस सनातन संस्कृति को मैने सिर माथे पर सजाया और बगावत का बिगुल फूंक दिया. मौजूदा सत्ता की साजिश और षड्यंत्र के खिलाफ मेरी बगावत आखिरी मुकाम पर है और बहुत जल्द आपको इसके परिणाम भी दिख जाएंगे, विश्वास कीजिए, वो परिणाम हर तरह से हिमाचल और हिमाचलियत के लिए सुखद और मील का पत्थर साबित होंगे.

‘मेरी बगावत आखिरी मुकाम पर...’ हाईकमान और CM सुक्खू पर जमकर बरसे कांग्रेस के बागी राजिंदर राणा

सत्य और न्याय की मेरी लड़ाई में आप शुरू से मेरा साथ देते रहे हैं और उम्मीद करता हूं कि सच और न्याय की इस लड़ाई में, प्रदेश के स्वाभिमान की इस लड़ाई में, मुझे आपका आशीर्वाद और सहयोग मिलता रहेगा.  जय हिंद! जय हिमाचल !

Tags: Himachal Congress, Himachal Government, Himachal Politics, Shimla News Today, Sukhvinder Singh Sukhu

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