मानसखंड यात्रा का पहला जत्था पहुंचा नैनीताल, यात्री उत्तराखंड के इन मंदिरों में करेंगे दर्शन – News18 हिंदी

तनुज पाण्डे, नैनीताल: उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और आईआरसीटीसी द्वारा पहली बार आयोजित की जा रही मानसखंड यात्रा का पहला जत्था नैनीताल के प्रसिद्ध मां नैना देवी और बाबा नीम करौली के धाम कैंची पहुंचा. इस दौरान यात्रियों ने दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किए. गौरतलब है कि 22 अप्रैल को पुणे से शुरु हुई मानसखंड एक्सप्रेस ट्रेन 24 अप्रैल को उत्तराखंड के टनकपुर पहुंची जिसमें 276 यात्री शामिल थे.

पुणे से नैनीताल पहुंचे दल के सदस्य रमेश ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि इस यात्रा को आईआरसीटीसी द्वारा संचालित किया जा रहाहै. इस यात्रा के तहत उत्तराखंड के 8 से लेकर 10 मंदिरों के दर्शन करवाने की योजना है. ये पूरी यात्रा 11 दिन और 10 रातों की है. उत्तराखंड पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया.

यात्री करेंगे इन मंदिरों के दर्शन
रमेश ने बताया कि उनके दल को दो भागों में बांटा गया था. कैंची धाम और नैना देवी दर्शन के बाद उनका अगला पड़ाव अल्मोड़ा का चितई गोलू देवता मंदिर, जागेश्वर धाम, सूर्य मंदिर कटारमल, अद्वैत आश्रम मायावती, बालेश्वर मंदिर, शारदा घाट, पाताल भुवनेश्वर, नानकमत्ता गुरुद्वारा, हाट कालिका मंदिर, चौकड़ी समेत उत्तराखंड के अन्य मंदिर हैं.

यात्री ले रहे पहाड़ों की यात्रा का आनंद
यात्री उदय सोहनी ने बताया कि आईआरसीटीसी और उत्तराखंड सरकार के सौजन्य से पुणे से मानासखंड यात्रा के तहत उत्तराखंड के मंदिरों के दर्शन करवाने को लेकर इस यात्रा के शुरुआत की गई थी. जिसके तहत पूरी ट्रेन को श्रृद्धालुओं के लिए बुक किया गया था. उन्हें टनकपुर तक ट्रेन से छोड़ा गया उसके बाद उत्तराखंड के मंदिरों में बस द्वारा यात्रा करवाई जा रही हैं. उन्होंने बताया की उत्तराखंड देवभूमि है. यहां आकर उन्हें बेहद अच्छा महसूस हो रहा है. वो पहाड़ों की इस यात्रा का आनंद ले रहे हैं.

पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है मानसखंड कॉरिडोर
उत्तराखंड के मंदिरों को पर्यटन से जोड़ने के लिए मानसखंड कॉरिडोर की शुरआत की गई है. यदि आध्यात्मिक तौर और देखें तो पुराणों में गढ़वाल को केदारखंड तो कुमाऊं मंडल को मानसखंड के रूप में जाना जाता है. सरकार अब पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गढ़वाल के चार धामों की तर्ज पर कुमाऊं के मंदिरों को विकसित करना चाहती है. इसके लिए मानसखंड कॉरिडोर नाम से प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा चुकी है, जिसे मंदिर माला प्रोजेक्ट भी कहा जा रहा है. इसके तहत कुमाऊं के प्रमुख मंदिरों को बेहतर सड़कों से कनेक्ट किया जाएगा. गढ़वाल और कुमाऊं के बीच रोड कनेक्टिविटी भी सुधारी जाएगी. यह पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है.

Tags: Local18, Nainital news, Uttarakhand news

]

Source link

Leave a Comment

और पढ़ें

  • JAPJEE FAMILY DENTAL CLINIC
  • Ai / Market My Stique Ai
  • Buzz Open / Ai Website / Ai Tool