अभिषेक जायसवाल/वाराणसी: जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ (Jagannath) इन दिनों बीमार चल रहे हैं.बीमार भगवान जगन्नाथ को स्वस्थ्य करने के लिए उन्हें स्पेशल काढ़े का भोग लगाया जा रहा है.ये सब कुछ हो रहा है बाबा विश्वनाथ के शहर बनारस में स्थित उनके प्राचीन मंदिर में जो, अस्सी पर स्थित है.15 दिन इस स्पेशल काढ़े का सेवन कर भगवान जगन्नाथ फिर से स्वस्थ्य हो जाएंगे.धार्मिक मान्यता है कि इस काढ़े का प्रसाद जो भी भक्त 15 दिनों तक सेवन करता है, उसे बीमारियों से मुक्ति मिल जाती है.
भगवान जगन्नाथ का स्पेशल काढ़ा
यही वजह है कि भगवान के बंद मन्दिर के बाहर भी इस काढ़े को लेने के लिए हर दिन भक्त जुट रहे है. शाम 4 बजने के साथ ही जगन्नाथ मंदिर में इस काढ़े को पहले भगवान जगन्नाथ को अर्पित किया जाता है और फिर उसे प्रसाद स्वरूप भक्तों में बांटा जाता है.
कैसे तैयार होता है यह खास काढ़ा
मंदिर के पुजारी राधेश्याम पांडेय ने बताया कि 200 साल से अधिक समय से यह परम्परा चली आ रही है.भगवान जगन्नाथ को आषाढ़ कृष्ण प्रतिपदा तिथि से 15 दिनों के लिए परवल के काढ़े का भोग लगाया जाता है. इस काढ़े को तुलसी, लौंग, इलाइची, मरीच, दालचीनी और सौंफ सहित कई जड़ी बूटियों और मसाले का प्रयोग कर बनाया जाता है.
सेहत के लिए माना जाता है चमत्कार
इसे तैयार करने के बाद गुपचुप तरिके से भगवान जगन्नाथ को इसे चढ़ाया जाता है और फिर प्रसाद के तौर पर इसे भक्तों में वितरित किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि जो भी भक्त इस काढ़े का सेवन करता है उसे पूरे साल रोगों से मुक्ति मिलती है.
भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा
परंपराओं के अनुसार,15 दिन बाद भगवान जगन्नाथ,बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र जब इस काढ़े का सेवन कर स्वस्थ्य होंगे. फिर सफेद वस्त्र धारण कर भगवान रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे, जिसे रथयात्रा कहा जाता है.
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FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 21:02 IST