गया : बिहार के कुछ जिलों में बड़े पैमाने पर ड्रैगन फ्रूट की खेती की जाती है. ड्रैगन फ्रूट की खेती एक ऐसी खेती है जो एक बार लगाने के बाद 20 साल तक इसमें फल आता है. यह बहुत ही महंगी खेती है और इसमें प्रति हेक्टेयर सात से आठ लाख रुपए की लागत आती है. ड्रैगन फ्रूट की खेती को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार अब 21 जिलों में इसकी खेती करायेगी और किसानों को 40% सब्सिडी भी देगी. इनमें से गया जिला भी एक है. फिलहाल गया में 5-6 किसान है जो छोटे स्तर पर ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं. हालांकि उद्यान विभाग इस वर्ष इसकी खेती और बढाने पर जोर दे रही है.
मुख्यमंत्री बागवानी मिशन के तहत ड्रैगन फ्रूट विकास योजना लाया गया है और इसके तहत किसानों की आमदनी वृद्धि करना है साथ ही राज्य भर में इसकी उत्पादकता को बढाना है. इस योजना के तहत प्रति हेक्टेयर 7.5 लाख रुपए की लागत का 40% यानि 3 लाख रुपया सब्सिडी के तौर पर दिया जायेगा. इसमें किसान पौधा रोपन सामग्री की व्यवस्था खुद से कर सकते हैं. सब्सिडी की राशि किसानो को तीन किस्त में देगी जिसमें पहले साल कुल अनुदान का 60% यानि 1 लाख 80 हजार रुपये जबकि दूसरे एवं तीसरे साल अनुदान राशि का 20-20% यानि 60-60 हजार रुपया दिया जाएगा.
सब्सिडी की राशि प्रखंड उद्यान पदाधिकारी के द्वारा क्षेत्र सत्यापन के पश्चात होगा. दूसरे साल प्रति हेक्टेयर 75% पौधों की उत्तरजीविता पाये जाने पर जबकि तृतीय वर्ष प्रति हेक्टेयर 90% पौधों की उत्तरजीविता पाये जाने पर प्रखंड उद्यान पदाधिकारी के अनुशंसा पर किया जाएगा.
गया जिला उद्यान पदाधिकारी तबस्सुम परवीन बताती हैं कि जिले में फिलहाल 2-3 एकड में ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है और इस वर्ष 10 हेक्टेयर का और लक्ष्य दिया गया है. इस योजना के तहत किसान न्यूनतम एक हेक्टेयर और अधिकतम 4 हेक्टेयर तक सब्सिडी दी जाएगी. इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानो का डीबीटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन आवश्यक है. डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत किसान उद्यान विभाग के वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर ड्रैगन फ्रूट विकास योजना पर आवेदन कर सकते हैं.
गौरतलब हो कि पिछले साल तक ड्रैगन फ्रूट की खेती में बहुत की कम सब्सिडी किसानो को मिलती थी और इसकी लागत अधिक होने के कारण छोटे किसान इसकी खेती नही कर पा रहे थे लेकिन यह योजना आने के बाद छोटे किसान भी अब ड्रैगन फ्रूट की खेती कर सकेंगे और सरकार के द्वारा प्रति हेक्टेयर लागत 7.50 लाख का 40% यानि 3 लाख रुपये सब्सिडी के तौर पर दिया जाएगा.
Tags: Bihar News, Gaya news, Local18
FIRST PUBLISHED : June 24, 2024, 23:11 IST