आदित्य आनंद/गोड्डा. इन दिनों लोगों में पथरी की शिकायत आम हो गई है. रोजाना की दिनचर्या में खानपान सही ना होने के कारण छोटी उम्र में ही लोगों के पेट के अंदर मौजूद पित्त की थैली में पथरी की शिक़ायत आ रही है. जिसका सही समय पर अगर इलाज ना हो तो यह बीमारी कैंसर का भी रूप ले सकती है. आम जन जीवन में मूलतः खानपान के सही ना होने की वजह से यह बिमारी होती है. जैसे लोग घर का खाना छोड़ इन दिनों बाजारों के फास्ट फ़ूड से अपना पेट भर लेते हैं. जिसका नुकसान सीधे हमारे पाचन क्रिया को प्रभावित करता है और गंदे-पुराने कचड़े वाले तेल में बने फास्ट फूड की गंदगी हमारे पेट के पित्त में जाकर एकत्रित होती है और पथरी बन जाती है.
गोड्डा के LNV HOSPITAL के जनरल सर्जन डॉ. पंकज कुमार ने बताया कि यह बिमारी लगभग हर वैसे व्यक्ति को हो रही है, जो घर के खाने को छोड़ बाजारों के फास्ट फूड पर अधिक ध्यान देते हैं. और अधिक भूखे रहते है. इस बिमारी के मुख्य लक्षण में पहले मरीज़ की पाचन क्रिया कमजोर होती है. जिसमें थोड़ा बहुत खाने पर व्यक्ति को पेट में बार बार गैस बनना शुरू हो जाती है. पेट भारी होना, थोड़ा खाने पर ही पेट भर जाना, बार-बार बॉडी में डी हाइड्रेशन जैसी समस्या होना. ऐसा होने पर तुरंत जाकर पेट की जांच कर लें. जिसमें पित्त की थैली में पथरी होने की संभावना होती है.
पित्त की थैली में पथरी का इलाज ऑपरेशन
इसके साथ डॉक्टर ने बताया कि इस बीमारी से बचने के लिए समय पर और घर का शुद्ध भोजन करना चाहिए. अगर दिन भर भूखे रहकर शाम को फास्ट फूड खाते हैं तो हमारे पेट को प्रभावित करता है. पित्त की थैली में पथरी होने पर इसका इलाज सिर्फ ऑपरेशन होता है, जिसमें ऑपरेशन कर पित्त की थैली को बाहर निकाल दिया जाता है. यह ऑपरेशन दूरबीन से किया जाता है, जिसमें पेट की चीर फाड़ नहीं होती है.
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FIRST PUBLISHED : March 30, 2024, 15:59 IST
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