पंजाब सरकार का ‘मिशन रोजगार’ – 485 युवाओं को सरकारी नौकरी
आज, 3 दिसंबर को पंजाब सरकार ‘मिशन रोजगार’ के तहत 485 युवाओं को सरकारी नौकरी देगी। इन युवाओं को पंजाब के स्वास्थ्य विभाग में नियुक्त किया जाएगा। मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद इन युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे।
इसके लिए एक कार्यक्रम पटियाला में आयोजित किया जा रहा है, जहां मुख्यमंत्री खुद उपस्थित रहेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके। ‘मिशन रोजगार’ के तहत युवाओं को सरकारी नौकरियों का अवसर प्रदान किया जा रहा है, जो राज्य सरकार की एक अहम पहल है।
पंजाब सरकार का ‘मिशन रोजगार’ – 485 युवाओं को सरकारी नौकरी
आज 3 दिसंबर को, पंजाब सरकार ‘मिशन रोजगार’ के तहत 485 युवाओं को सरकारी नौकरी देने जा रही है, जिनमें से 472 युवाओं को स्वास्थ्य विभाग और 13 युवाओं को प्रॉसीक्यूशन और लिटिगेशन विभाग में नियुक्त किया जाएगा। पहले राज्य में विधानसभा उपचुनाव की आचार संहिता लागू थी, जिसके कारण सरकार इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित नहीं कर पा रही थी। लेकिन जैसे ही आचार संहिता समाप्त हुई, सरकार ने फिर से सक्रिय होकर युवाओं को नियुक्ति पत्र देने की प्रक्रिया शुरू की।
मुख्यमंत्री भगवंत मान इस कार्यक्रम में युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे, जो अब पटियाला में आयोजित किया जा रहा है। सरकार का दावा है कि अब तक 49,940 युवाओं को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस पर सवाल उठाए हैं।
इस बार, सरकार ने कार्यक्रमों में थोड़ा बदलाव करते हुए चंडीगढ़ के बजाय इसे जिलों में आयोजित करने का निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को इस अवसर का लाभ मिल सके।
सरकार का दावा- युवाओं को सरकारी नौकरी से विदेश जाने से रोका
पंजाब सरकार की ‘मिशन रोजगार’ योजना मुख्यमंत्री भगवंत मान का एक प्रमुख ड्रीम प्रोजेक्ट है, और उनका दावा है कि इस योजना के तहत युवाओं को सरकारी नौकरी मुहैया करवा कर सरकार ने युवाओं को विदेश जाने से रोका है। मुख्यमंत्री का कहना है कि जब युवाओं को रोजगार के अवसर मिलते हैं, तो वे विदेशी धरती की ओर नहीं जाते, और इसके चलते देश में रोजगार की स्थिति में सुधार हो रहा है।
सरकार इस ‘मिशन रोजगार’ को हर चुनाव में भी एक प्रमुख वादा बनाकर प्रस्तुत करती है, ताकि युवाओं के बीच अपनी साख को मजबूत किया जा सके। इसके अलावा, सरकार लाइब्रेरी और अन्य सामाजिक केंद्रों का निर्माण भी कर रही है, ताकि युवाओं को शैक्षिक और अन्य विकासात्मक अवसर मिल सकें। इन कदमों से सरकार का उद्देश्य युवाओं को स्वदेश में ही बेहतर भविष्य और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।