पंजाब विजन 2047: चंडीगढ़ में दो दिन का मंथन, खेती, उद्योग, सुरक्षा और नशे पर बनेगी रणनीति
पंजाब के भविष्य को लेकर एक महत्वपूर्ण पहल की शुरुआत हो रही है, जिसमें राज्य के विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर गहन मंथन किया जाएगा। “पंजाब विजन 2047” के तहत चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी में आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में पंजाब की खेती, उद्योग, आर्थिक स्थिति, सुरक्षा और नशे जैसी समस्याओं पर चर्चा होगी। इस कार्यक्रम का आयोजन वर्ल्ड पंजाबी ऑर्गनाइजेशन, पंजाब यूनिवर्सिटी और पंजाब डेवलपमेंट कमीशन द्वारा किया जा रहा है।
कार्यक्रम के उद्घाटन दिन पंजाब के फाइनेंस मिनिस्टर हरपाल सिंह चीमा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इसके अलावा, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा और यूनिवर्सिटी की चांसलर रेनु विग भी कार्यक्रम में भाग लेंगी। राज्यसभा सांसद विक्रम साहनी इस कार्यक्रम की थीम पर अपनी राय रखेंगे। इस कार्यक्रम को राज्य की आगामी विकास रणनीति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
पहले दिन के कार्यक्रम में तीन प्रमुख सत्र आयोजित होंगे, जिनमें शासन संबंधी चुनौतियों, कृषि सुधारों और औद्योगिक विकास पर चर्चा होगी। इस दौरान पंजाब के कैबिनेट मंत्री डॉ. बलबीर सिंह, बलजीत कौर, गुरमीत सिंह, हरभजन सिंह ईटीओ, और तरुण प्रीत सिंह सोंद शामिल होंगे। इसके अलावा, पंजाब के चीफ सेक्रेटरी केएपी सिन्हा, डीजीपी गौरव यादव, तेजवीर सिंह और अजय सिन्हा सहित वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी पैनलिस्ट के रूप में इस चर्चा में भाग लेंगे।
साथ ही सामाजिक कार्यकर्ता देविंदर शर्मा और रमेश इंदर सिंह, और उद्योगपति अमृत सागर मित्तल, राजिंदर गुप्ता तथा पीजे सिंह भी इस कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। इस मंथन से जो रणनीतियाँ निकलकर सामने आएंगी, उन्हें सरकार के समक्ष रखा जाएगा, जिससे पंजाब के विकास की दिशा तय की जा सकेगी।
इस पहल के माध्यम से पंजाब के विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों पर व्यापक चर्चा और समाधान खोजने का प्रयास किया जा रहा है, जो अगले दो दशकों में राज्य के विकास को नई दिशा दे सके।