पंजाब में नई चुनी गई पंचायतों की पहली मीटिंग 1 दिसंबर तक होगी
पंजाब में नई चुनी गई पंचायतों की पहली मीटिंग 1 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। इस बैठक के दौरान पूरे राज्य में पंचायतों की मीटिंग की वीडियोग्राफी भी की जाएगी। पंचायत विभाग द्वारा इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।
हालांकि, चार जिलों—बरनाला, होशियारपुर, गुरदासपुर और मुक्तसर में पंचायतों की मीटिंग नहीं होगी। इन जिलों में विधानसभा उपचुनाव होने के कारण आचार संहिता लागू है, जिससे इन क्षेत्रों में सरपंचों और पंचों का शपथ ग्रहण नहीं हो सका। विभाग ने बताया कि इन जिलों में आगामी दिनों में शपथ समारोह आयोजित किया जाएगा, ताकि पंचायतों के नए प्रतिनिधियों को औपचारिक रूप से शपथ दिलाई जा सके।
पंजाब: पंचायतों को बिना किसी देरी के चार्ज सौंपने के आदेश
पंचायत विभाग की ओर से जारी किए गए आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि पंचायतों की पहली मीटिंग से उनके पांच साल के कार्यकाल की शुरुआत मानी जाएगी। इसलिए, विभाग ने निर्देश दिए हैं कि इस मीटिंग में किसी भी प्रकार की देरी नहीं होनी चाहिए।
अतिरिक्त सचिव द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि चुने गए सरपंचों और पंचों को बिना किसी देरी के रिकॉर्ड और संपत्ति का चार्ज सौंपा जाएगा। अगर पंचायतों को उनका चार्ज मिलने में कोई भी देरी होती है, तो संबंधित डीडीपीओ (जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी) को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब: पंचायतों को चार्ज सौंपने के बाद अधिकारियों को विभाग को सर्टिफिकेट देना होगा
पंचायत विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुसार, सभी जिलों में गांव पंचायतों को चार्ज सौंपे जाने के बाद संबंधित पंचायत अधिकारियों को एक सर्टिफिकेट विभाग को देना होगा। इसके लिए एक प्रोफार्मा भी निर्धारित किया गया है, जिसमें अधिकारियों को यह जानकारी देनी होगी कि पंचायतों को सही तरीके से चार्ज सौंपा जा चुका है।
राज्य में इस बार 13,000 नए सरपंच और करीब 95,000 पंच चुने गए हैं। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि पंचायतों को जिम्मेदारी सौंपने के बाद सभी अधिकारी विभाग को इसकी सही रिपोर्ट प्रस्तुत करें।