पंजाब में उपचुनाव के लिए सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतजाम, चुनाव आयोग ने तैनात की केंद्रीय सुरक्षा बलों की 17 कंपनियां
पंजाब में 20 नवंबर को होने वाले चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का एलान किया है। इस उपचुनाव में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 17 कंपनियां और पंजाब पुलिस के 6481 जवान तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, 3868 कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर तैनात रहेंगे।
सीसीटीवी और लाइव वेब कास्टिंग से निगरानी
चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और 100 फीसदी लाइव वेब कास्टिंग की जाएगी, ताकि चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। इसके अलावा, मतदाताओं को सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि चुनाव के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मतदान का समय और मतगणना
20 नवंबर को मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। इसके बाद 23 नवंबर को मतगणना की जाएगी। पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी ने बताया कि उनकी तरफ से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न कराना उनकी प्राथमिकता है।
चुनाव प्रचार में मिलीं शिकायतें
चुनाव प्रचार के दौरान चुनाव आयोग को कुल 85 शिकायतें मिलीं। चब्बेवाल में सबसे ज्यादा 35 शिकायतें आईं, जिनमें से 30 का समाधान हो चुका है। इसके बाद गिद्दड़बाहा में 24 शिकायतें आईं, जिनमें से 11 का समाधान हो चुका है। डेरा बाबा नानक में 19 शिकायतें मिलीं, जिनमें से 17 का समाधान हो चुका है। बरनाला में सबसे कम 7 शिकायतें आईं, जिनमें से 5 का समाधान हो चुका है।
सुरक्षा और पारदर्शिता पर जोर
चुनाव आयोग ने सभी मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी रखने का आश्वासन दिया है। इसके साथ ही, मतदान प्रक्रिया की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सभी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा, ताकि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सकें।
इस चुनावी सुरक्षा व्यवस्था के तहत, पंजाब पुलिस और केंद्रीय बलों के जवानों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया जाएगा ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से बचा जा सके।
पंजाब उपचुनाव: 25.40 करोड़ रुपए जब्त, संवेदनशील मतदान केंद्रों पर खास सुरक्षा इंतजाम
पंजाब के उपचुनाव में बड़ी कार्रवाई: पंजाब में 20 नवंबर को होने वाले चार विधानसभा उपचुनाव के तहत पुलिस और चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई की है। डेरा बाबा नानक में 25.40 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं, जबकि चब्बेवाल में 60 हजार रुपए, गिद्दड़बाहा में 4.70 लाख रुपए, और बरनाला में 55.50 लाख रुपए जब्त किए गए हैं। यह रकम पिछले 24 घंटे में जब्त की गई राशि के अलावा है, जो यह दर्शाता है कि चुनाव में पैसा बांटने की गतिविधियां सक्रिय हैं।
संवेदनशील मतदान केंद्रों पर कड़ी निगरानी
चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन ने गिद्दड़बाहा को सबसे संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया है। गिद्दड़बाहा विधानसभा क्षेत्र में 96 मतदान केंद्रों को संवेदनशील माना गया है, जो यहां की वीआईपी सीट और हॉट सीट की स्थिति को देखते हुए है। गिद्दड़बाहा विधानसभा क्षेत्र में 1,66,731 मतदाता हैं और 173 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
डेरा बाबा नानक विधानसभा क्षेत्र में भी सुरक्षा कड़ी की गई है। इस क्षेत्र में 1,93,376 मतदाता हैं, और यहां के 241 मतदान केंद्रों में से 61 को संवेदनशील घोषित किया गया है।
चब्बेवाल (एससी) और बरनाला में भी बढ़ाई गई सुरक्षा
चब्बेवाल (एससी) विधानसभा क्षेत्र में 1,59,432 मतदाता हैं, और यहां 205 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 50 केंद्रों को संवेदनशील माना गया है। जबकि बरनाला विधानसभा क्षेत्र में 1,77,426 मतदाता हैं और यहां 212 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 37 संवेदनशील हैं।
सख्त निगरानी और सुरक्षा इंतजाम
चुनाव आयोग ने इन संवेदनशील क्षेत्रों में सख्त निगरानी और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की है। केंद्रीय सुरक्षा बलों की कंपनियों के अलावा पंजाब पुलिस के जवानों को भी इन क्षेत्रों में तैनात किया गया है। चुनावी माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे और लाइव वेब कास्टिंग की व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचा जा सके।
इन कदमों से यह स्पष्ट है कि पंजाब के उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।