पंजाब नगर निगम चुनाव 2024: AAP और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला, बड़े नेताओं की हार-जीत पर बहस
पंजाब के 5 नगर निगमों में शनिवार को हुए चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिला। AAP ने पटियाला में शानदार प्रदर्शन करते हुए 60 में से 43 सीटों पर जीत हासिल की, हालांकि वहां 7 वार्डों में चुनाव नहीं हुआ था। इसके अलावा, बाकी चार नगर निगमों—जालंधर, अमृतसर, लुधियाना और फगवाड़ा—में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला।
जालंधर और लुधियाना में AAP और फगवाड़ा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि कांग्रेस और AAP के बीच जालंधर में कड़ा मुकाबला देखने को मिला। भाजपा ने भी यहां अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। इस चुनाव का एक अहम पहलू यह रहा कि पंजाब के वोटरों ने ‘जिसकी सरकार, उसका नगर निगम’ की परंपरा को तोड़ दिया, क्योंकि सत्ता में बैठी AAP को एकमात्र पटियाला नगर निगम में ही बहुमत मिला, बाकी स्थानों पर उसे जीत हासिल नहीं हो पाई।
चुनाव में कुछ बड़े नेताओं और उनके रिश्तेदारों की हार और जीत भी चर्चा का विषय बनी:
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लुधियाना नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के पूर्व मंत्री भारत भूषण आशू की पत्नी ममता आशू 168 वोटों से हार गईं।
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लुधियाना में ही AAP के विधायक अशोक पप्पी पराशर की पत्नी मीनू पराशर 574 वोटों और गुरप्रीत गोगी की पत्नी सुखचैन बस्सी 86 वोटों से चुनाव हार गईं।
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जालंधर में कांग्रेस छोड़कर AAP में गए पूर्व मेयर जगदीश राजा और उनकी पत्नी अनीता राजा भी चुनाव हार गए।
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जालंधर में पूर्व मेयर कमलजीत भाटिया की पत्नी भी हार गईं, जबकि कांग्रेस के प्रधान राजिंदर बेरी की पत्नी ने चुनाव जीतने में सफलता पाई।