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नवजात बच्चों को कितने महीने बाद पिलाना चाहिए पानी? कब खिला सकते हैं खाना, डॉक्टर से जान लें

Baby Food Tips: बच्चों के पैदा होने के बाद उनकी देखभाल करना आसान काम नहीं होता है. उनके सोने-जागने से लेकर ब्रेस्टफीडिंग का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है. न्यूबॉर्न बेबीज को हर 2 घंटे में ब्रेस्टफीड कराने की सलाह दी जाती है, तो कई बार इससे भी कम समय में उन्हें दूध पिलाने की जरूरत पड़ती है. हालांकि नवजात बच्चों को ओवरफीडिंग कराना भी नुकसानदायक होता है. ऐसे में बच्चों की फीडिंग को लेकर भी सावधानी बरतनी चाहिए. आज डॉक्टर से जानेंगे कि बच्चों को कितने महीने तक सिर्फ ब्रेस्ट मिल्क या फॉर्मूला पिलाना चाहिए और कब अन्य चीजें खिलाना शुरू कर सकते हैं.

ग्रेटर नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक्स एंड नियोनेटोलॉजी डिपार्टमेंट की कंसल्टेंट डॉ. अंजिमा बासुमतारी ने News18 को बताया कि बच्चा पैदा होने के 6 महीने बाद तक उन्हें सिर्फ ब्रेस्टमिल्क देना चाहिए. जिन महिलाओं का ब्रेस्टमिल्क नहीं आता है, उन्हें बच्चों को इन्फेंट फॉर्मूला देने की सलाह दी जाती है. 6 महीने तक बच्चों को पानी भी नहीं पिलाना चाहिए. इसकी वजह यह है कि ब्रेस्टमिल्क और फॉर्मूला दोनों में ही पानी की मात्रा भरपूर होती है. अगर ब्रेस्ट फीडिंग के बाद बच्चों को पानी पिलाया, तो इससे उनके डाइजेशन सिस्टम में परेशानी पैदा हो सकती है.

डॉक्टर अंजिमा ने बताया कि बच्चों 6 महीने तक बच्चों का डाइजेस्टिव और इम्यून सिस्टम तेजी से डेवलप होता है. इस कंडीशन में मां का दूध या फॉर्मूला पिलाना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चों को वेट गेन करने में भी मदद मिलती है. बच्चों को पानी या जूस पिलाने से उनके शरीर का वजन कम हो सकता है और उनकी ग्रोथ भी प्रभावित हो सकती है. 6 महीने के बाद बच्चों को सेमीसॉलिड डाइट देना शुरू किया जाता है. धीरे-धीरे बच्चों को बाकी फूड्स से इंट्रोड्यूस करवाया जाता है. अगर पूरी प्रोसेस फॉलो की जाए, तो बच्चों की ग्रोथ तेजी से हो सकती है और उनकी हेल्थ बेहतर रहेगी.

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को भी अपने खान-पान का ध्यान रखना चाहिए. अगर मां हेल्दी डाइट लेंगी, तो इससे बच्चों को पोषक तत्व मिलेंगे और उनकी हेल्थ बेहतर होगी. अगर ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाएं सही डाइट नहीं लेंगी, तो इससे बच्चों की सेहत पर सीधा असर पड़ सकता है. प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं को अपनी डाइट का विशेष खयाल रखना चाहिए. इससे उन्हें बच्चे को हेल्दी रखने में काफी मदद मिल सकेगी. अगर बच्चे या मां को किसी तरह की परेशानी आए, तो तुरंत डॉक्टर से मिलकर सलाह लेनी चाहिए.

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Tags: Health, Lifestyle, Trending news

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