नरसिंह जयंती पर दूर होगा कालसर्प दोष, मुकदमे की टेंशन, पुरानी बीमारी का कष्ट! जानें उपाय, मुहूर्त, विधि

उज्जैन. हिन्दू धर्म में नरसिंह अवतार को भगवान विष्णु का क्रोधावतार माना गया है. हर साल नरसिंह जयंती वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है. संसार के रचयिता भगवान विष्णु ने भक्त प्रह्लाद को राक्षस हिरण्यकश्यप से बचाने के लिए नरसिंह अवतार लिया था. इस विशेष तिथि पर भगवान नरसिंह की पूजा की जाती है.

मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से भगवान नरसिंह की पूजा करने से जीवन के दुखों का नाश हो जाता है. इस बार यह जयंती खास योग मे मनाई जाएगी. इस दिन अगर भगवान को कुछ विशेष चीजें अर्पित की जाएं तो भगवान नरसिंह की कृपा हमेशा बरसेगी. उज्जैन के पंडित आनंद भारद्वाज ने नरसिंह जयंती की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि के बारे में बताया.

नरसिंह जयंती तिथि और शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि 21 मई को शाम 5.40 बजे शुरू होगी और यह तिथि 22 मई को शाम 6.45 बजे समाप्त होगी. नरसिंह जयंती के दिन शाम के समय भगवान नरसिंह की पूजा की जाती है. इस तरह यह त्योहार 21 मई 2024 मंगलवार को मनाया जाएगा. इस दिन पूजा का समय शाम 4.24 बजे से शाम 7.09 बजे के बीच होगा.

नरसिंह जयंती का महत्व
नरसिंह जयंती बुराई पार अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है. यह भक्तों के प्रति भगवान विष्णु के प्रेम को प्रकट करने वाला दिन है. इस दिन भगवान विष्णु का स्मरण करने और विधि विधान से पूजा करने से भगवान विष्णु उसी तरह कृपा बरसाते हैं. जैसे उन्होंने भक्त प्रह्लाद पर बरसाई थी.

रवि योग और स्वाति नक्षत्र में नरसिंह जयंती
इस बार नरसिंह जयंती के दिन रवि योग और स्वाति नक्षत्र का संयोग बन रहा है. इस दिन रवि योग सुबह 05:46 से अगले दिन 22 मई को सुबह 05:27 तक है. वहीं चित्रा नक्षत्र सुबह 05:46 तक है. उसके बाद से स्वाति नक्षत्र है, जो 22 मई को सुबह 07:47 तक है.

नरसिंह जयंती पर जरूर करें ये उपाय
मोरपंख उपाय: यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो भगवान नरसिंह को मोर पंख चढ़ाना शुभ होता है. नरसिंह जयंती के दिन किसी भी नरसिंह मंदिर में एक मोर पंख अर्पित करें. इससे आपके जीवन में होने वाले कष्टों से राहत मिलेगी.

चंदन का लेप: माना जाता है कि भगवान नरसिंह का क्रोध कम करने के लिए चंदन का लेप चढ़ाना शुभ होता है. साथ ही यदि आपके शरीर में लंबे समय से कोई बीमारी है, तो भी ऐसा करने से लाभ मिलता है.

दही का प्रसाद: नरसिंह जयंती के दिन भगवान नरसिंह को दही का प्रसाद चढ़ाना भी बेहद शुभ माना गया है. मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान नरसिंह का क्रोध कम होता है. इसके अलावा यदि आप किसी कानूनी उलझन में फंसे हैं और कोर्ट-कचहरी में चक्कर लगाते हुए थक गए हैं तो नरसिंह चतुर्दशी पर भगवान की पूजा करने साथ दही का प्रसाद चढ़ाना चाहिए.

Tags: Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Ujjain news

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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