ओम प्रयास/हरिद्वार. धर्मनगरी हरिद्वार की उपनगरी कनखल में स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर अपने आप में अद्भुत और अलौकिक है. दक्षेश्वर महादेव मंदिर में स्थित शिवलिंग दुनिया का एकमात्र शिवलिंग है जो धरती लोक के साथ पाताल लोक में भी स्थित है. कहा जाता है कि राजा दक्ष से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया था कि यहां भगवान शिव को दक्षेश्वर महादेव के नाम से पूजा जाएगा और सावन के पूरा महीना भगवान शिव अपनी ससुराल दक्षेश्वर मंदिर में ही वास करेंगे.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार प्राचीन काल में राजा दक्ष प्रजापति ने यज्ञ का आयोजन किया था. जिसमें राजा दक्ष ने सभी देवी देवताओं ऋषि मुनियों और संतों को आमंत्रित किया था. लेकिन इस यज्ञ में राजा दक्ष ने भगवान शिव को आमंत्रण नहीं भेजा था. धार्मिक कथाओं के अनुसार माता सती के आग्रह पर भगवान शिव उनके साथ यज्ञ कथा में शामिल होने आए थे. यज्ञ कथा में राजा दक्ष ने भगवान शिव का अपमान किया था. जिसके बाद माता सती ने यज्ञ कुंड में कूदकर अपने प्राण दे दिए थे.
कैसे हुआ भगवान शिव का क्रोध शांत?
धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान शिव ने क्रोधित होकर अपनी जटाओं से वीरभद्र को पैदा किया था. जिसने राजा दक्ष का सर काटकर यज्ञ को ध्वंस कर दिया था. भगवान विष्णु, ब्रह्मा और देवी-देवताओं ने भगवान शिव को शांत करने का प्रयास किया था. उसके बाद सर कटे राजा दक्ष ने भी भगवान शिव से माफी मांगी. भगवान शिव ने राजा दक्ष की माफी स्वीकार कर भगवान विष्णु, ब्रह्मा और देवी-देवताओं के आग्रह पर राजा दक्ष को बकरे का सर लगाया था.
क्या है इस मंदिर की मान्यता?
इस बात की जानकारी करने के लिए हमने दक्षेश्वर महादेव मंदिर के व्यवस्थापक महंत विश्वेश्वर पुरी (डॉ बाबा) से बातचीत की. वह बताते हैं कि दक्षेश्वर महादेव मंदिर में स्थित शिवलिंग पर गंगाजल से रुद्राभिषेक करने पर कई चमत्कारी लाभ होते हैं. देश दुनिया के कोने-कोने से लोग भगवान शिव की ससुराल कनखल में दक्षेश्वर महादेव मंदिर में पूजा पाठ कर रुद्राभिषेक करने के लिए आते हैं. भगवान शिव उन सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं और इच्छाएं पूर्ण करते हैं जो श्रद्धालु दक्षेश्वर महादेव मंदिर में गंगाजल से रुद्राभिषेक करते हैं.
कनखल में जरूर करें रुद्राभिषेक
हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित श्रीधर शास्त्री बताते हैं कि कनखल भगवान शिव की ससुराल हैं और यहां पर भगवान शिव दक्षेश्वर महादेव के नाम से पूजे जाते हैं. वह बताते हैं कि जो भी व्यक्ति देश दुनिया से हरिद्वार तीर्थ यात्रा करने आते हैं उन्हें भगवान शिव की ससुराल कनखल में दक्षेश्वर महादेव मंदिर में पूजा पाठ जरूर कर उनका रुद्राभिषेक करना चाहिए. ऐसा करने से उन्हें भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होगा और उनके जीवन में आए सभी दुख और परेशानियां दूर हो जाएंगी.
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FIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 21:55 IST