नई दिल्ली: मोदी सरकार के लिए संसद सत्र चलाना इस बार इतना आसान नहीं. संसद सत्र की शुरुआत में ही मोदी सरकार को नई चुनौती मिल गई. सत्र शुरू होते ही अबकी बार स्पीकर पद पर तकरार दिख रही है. अभी संसद सत्र के दो ही दिन हुए हैं, मगर ट्रेलर में तकरार की तस्वीर दिख गई है. अंदाजा लगाना मुश्किलन हीं कि पूरी पिक्चर कितनी हंगामेदार होगी. अब संसद में स्पीकर पद पर एनडीए और इंडिया गठबंधन में भिड़ंत होने वाली है. लोकसभा स्पीकर का चुनाव जीतना, मोदी सरकार की पहली अग्निपरीक्षा है. एनडीए ने ओम बिरला पर ही भरोसा जताया है. ओम बिरला ने आज एनडीए उम्मीदवार के रूप में स्पीकर पद के लिए नामांकन भरा. वहीं यूपीए की ओर से के. सुरेश ने पर्चा दाखिल किया. अब संसद में सबसे पहले स्पीकर पद पर एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के बीच मुकाबला है.
दरअसल, लोकसभा स्पीकर पद पर सरकार और विपक्षी दलों के बीच सहमति नहीं बन पाई. सरकार की ओर से राजनाथ सिंह ने पूरी कोशिश की, मगर बात नहीं बन पाई. सूत्रों का कहना है कि विपक्ष डिप्टी स्पीकर पद की चाहत रख रहा था, जिसे एनडीए ने मानने से इनकार कर दिया. इसके बाद कांग्रेस ने एनडीए के स्पीकर कैंडिडेट ओम बिरला के खिलाफ के. सुरेश को उतार दिया. कांग्रेस ने इसकी तस्वीर भी शेयर की. इस तस्वीर में के. सुरेश अपना नामांकन भरते दिख रहे हैं. उनके साथ इंडिया गठबंधन के कई और नेता मौजूद हैं. इसके बाद ओम बिरला ने भी नामांकन दाखिल कर दिया.
कैसे ऐतिहासिक है यह चुनाव
इसके बाद यह तय हो गया कि इस बार लोकसभा में स्पीकर पद के लिए बुधवार को वोटिंग होगी. यह पहली बार है, जब लोकसभा स्पीकर पद के लिए चुनाव होगा. नई सरकार के गठन के बाद लोकसभा में सरकार और विपक्ष के बीच यह पहला शक्ति प्रदर्शन होने जा रहा है. इससे पहले मंगलवार को तेजी से चले राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा ने एनडीए के घटक दलों के साथ विचार-विमर्श के बाद लोकसभा के नए स्पीकर के उम्मीदवार के तौर पर ओम बिरला का नाम फाइनल कर दिया. मंगलवार को ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले ओम बिरला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
लोकसभा स्पीकर पद के लिए नॉमिनेशन भरते दोनों पक्ष के कैंडिडेट
क्यों नहीं बनी बात?
हालांकि, सरकार की तरफ से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने स्पीकर के पद पर सर्वसम्मति बनाने की पूरी कोशिश की. उन दोनों ने मिलकर विपक्षी दलों से बातचीत की. विपक्षी दलों की तरफ से कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल और डीएमके के वरिष्ठ नेता टीआर बालू ने भी राजनाथ सिंह से मुलाकात की. मगर बात बन नहीं सकी. सूत्रों का कहना था कि इंडिया गठबंधन डिप्टी स्पीकर पद की मांग पर अड़ा था. खुद राहुल गांधी ने कहा था कि अगर विपक्ष को डिप्टी स्पीकर पद दे दिया जाता है तो एनडीए के कैंडिटेट को विपक्ष अपना समर्थन देगा. मगर एनडीए ने इसे मानने से इनकार कर दिया. इसके बाद विपक्ष ने भी अपने तेवर दिखा दिए और मैदान में के. सुरेश को उतार दिया.
किसकी होगी जीत?
हालांकि सदन में संख्या बल की बात करें तो एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार के तौर पर ओम बिरला का आसानी से चुनाव जीतना तय माना जा रहा है. भले ही इंडिया गठबंधन यह चुनाव हार जाए, मगर उसने यह संकेत दे दिया है कि आगे से किसी भी मुद्दे पर वह सरकार को वॉकओवर नहीं देने वाली है. अभी संसद सत्र का दूसरा दिन ही है. अभी डिप्टी स्पीकर पद पर ही जब सरकार के सामने विपक्ष ने चुनौती दे दी है तो ऐसे में यह अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है कि आने वाले दिन में संसद का सत्र कितना हंगामेदार होने वाला है.
Tags: Lok Sabha Speaker, Loksabha Speaker, Modi Govt, Parliament session
FIRST PUBLISHED : June 25, 2024, 14:44 IST