हजारीबाग: मछली पालन किसानों के लिए हमेशा से ज्यादा फायदा का सौदा है. जिले भर में हजारों किसान मछली पालन का काम करते हैं. और मछली पालन करके अच्छी कमाई कर रहे है. जिनसे इनके लाइफस्टाइल में काफी बदलाव आ रहा है. सरकार के द्वारा भी मछली पलकों की आय में वृद्धि करने के लिए लगातार विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जाती है. ऐसी ही एक योजना है प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना. जिसके माध्यम से मछली पालकों को कई प्रकार के संसाधन उपलब्ध करवाया जा रहा है.
मत्स्य पालकों के लिए है बहुउद्देशीय योजना-य़
इस संबंध में हजारीबाग के जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार बताते है कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना हजारीबाग के मत्स्य पालकों के लिए बहुउद्देशीय योजना साबित हो रही है. इसके माध्यम से जिले के हजारों मछली पालक इस योजना का लाभ ले रहे हैं. पूरे राज्य में सबसे अधिक हजारीबाग के मत्स्य पालक इस योजना का लाभ ले रहे हैं. इसके माध्यम से किसानों को ट्रेनिंग, तालाब, बायोफोल्क ट्रेनिंग, जीरा, जाल और भी जरूरत के संसाधन उपल्ब्ध करवाया जा रहा है. इन सभी चीजों पर 90 प्रतिशत तक अनुदान है.
लाभ लेने के लिए भूमि आवश्यक
उन्होंने आगे बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए मत्स्य पालन के पास भूमि आवश्यक है. जिस भी मत्स्य पालक के पास भूमि उपलब्ध है. वह इस योजना का लाभ ले सकते है. साथ ही किसानों के पास मछली पालन का ट्रैनिंग सर्टिफिकेट भी आवश्यक है. जिन किसानों के पास अगर ट्रेनिंग सर्टिफिकेट ना हो तो उन्हें मत्स्य विभाग के द्वारा 3 या 5 दिनों ट्रेनिंग दिया जाता है. बाकी बाद किसान अधिक जानकारी और योजना के लाभ लेने के लिए हजारीबाग के निवासी स्थित मत्स्य विभाग के कार्यालय संपर्क कर सकते हैं.
FIRST PUBLISHED : June 22, 2024, 12:33 IST