चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर पंजाब कांग्रेस के नेताओं का एतराज, AAP के साथ गठबंधन को लेकर हाईकमान से मुलाकात का ऐलान
चंडीगढ़ में 30 जनवरी को होने वाले मेयर चुनाव को लेकर पंजाब कांग्रेस के नेताओं के बीच भारी असंतोष देखा जा रहा है, खासकर आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन को लेकर। कांग्रेस के पंजाब के नेता इस गठबंधन पर ऐतराज जता रहे हैं और पार्टी हाईकमान से इस पर आपत्ति उठाने के लिए मुलाकात करेंगे।
मुख्य बिंदु:
AAP और कांग्रेस का गठबंधन: चंडीगढ़ मेयर चुनाव में कांग्रेस और AAP ने गठबंधन किया है, लेकिन पंजाब कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि वे इस गठबंधन से सहमत नहीं हैं। कांग्रेस नेताओं ने हाईकमान को पहले भी बताया था कि उनका AAP से कोई समझौता नहीं है और भविष्य में भी कोई बातचीत नहीं होगी। इस पर पार्टी हाईकमान से मिलने की योजना है और इस मुद्दे पर विरोध जताया जाएगा।
पार्टी नेताओं की आपत्ति: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने स्पष्ट किया है कि वे चंडीगढ़ में AAP से गठबंधन करने के खिलाफ हैं। बाजवा ने कहा कि वे बुधवार को पार्टी हाईकमान से मुलाकात करके इस गठबंधन पर आपत्ति जताएंगे।
AAP पर आरोप: वहीं, वडिंग ने आरोप लगाया कि AAP के नेताओं ने पहले चंडीगढ़ मेयर चुनाव में हार्स ट्रेडिंग की बात की थी और अब वे वही काम खुद कर रहे हैं। उनका कहना था कि AAP और बीजेपी दोनों एक जैसे हैं और एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। इस आरोप के बाद, कांग्रेस नेताओं ने यह भी कहा कि AAP पंजाब में विपक्ष को परेशान करने का काम कर रही है, ठीक वैसे ही जैसे मोदी सरकार पूरे देश में कर रही है।
चंडीगढ़ में कांग्रेस-AAP गठबंधन: चंडीगढ़ में कांग्रेस और AAP ने मिलकर मेयर चुनाव के लिए गठबंधन किया था, जिसमें तय हुआ था कि AAP का मेयर होगा, जबकि कांग्रेस को सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पद मिलेंगे। कांग्रेस और AAP के इस गठबंधन को लेकर राजनीति गरमाई हुई है, क्योंकि कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि यह गठबंधन उनके पार्टी के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
संक्षिप्त विश्लेषण: यह मामला पंजाब कांग्रेस के भीतर की राजनीति और AAP के खिलाफ बढ़ती नाराजगी को उजागर करता है। कांग्रेस नेता इस गठबंधन को लेकर अपनी पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ मानते हैं और हाईकमान से इसका विरोध दर्ज कराना चाहते हैं। यह राजनीति का एक महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनजर।