चंडीगढ़ की नई नॉन-एसी बसों में पिछली सीट पर विवाद, यात्री मांग रहे हैं बदलाव
चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडर टेकिंग (सीटीयू) की 60 नई नॉन-एसी बसें जयपुर में तैयार हो रही हैं, लेकिन इन बसों के चंडीगढ़ पहुंचने से पहले ही एक विवाद खड़ा हो गया है। विवाद की वजह इन बसों की पिछली सीट है, जो पुरानी लंबी सीट की तरह डिजाइन की गई है।
सीटीयू के चालक-परिचालकों और यूनियन ने प्रोटोटाइप बस का निरीक्षण करने के बाद आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि पिछली सीट को चेयर सीट की जगह लंबी सीट में बदला गया है, जो यात्रियों के लिए असुविधाजनक हो सकती है।
यात्रियों का कहना है कि जब बाकी सभी सीटें आरामदायक चेयर सीट हैं, तो आखिरी सीट भी उसी प्रकार की होनी चाहिए। एक यात्री ने परिवहन सचिव को शिकायत कर इस सीट को बदलने की मांग की है। अब सीटीयू अधिकारियों के लिए यह विवाद सुलझाना चुनौती बन गया है।
चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट की नई नॉन-एसी बसों की पिछली सीट पर विवाद, परिवहन विभाग ने दिया अपना पक्ष
चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडर टेकिंग (सीटीयू) की 60 नई नॉन-एसी बसों की पिछली सीट को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। जबकि सीटीयू अधिकारियों का कहना है कि यह डिजाइन चालक-परिचालकों के आराम को ध्यान में रखते हुए किया गया है, यात्रियों की ओर से असुविधा की शिकायतें आ रही हैं।
परिवहन विभाग के निदेशक प्रद्युमन सिंह ने बताया कि लंबी रूट्स पर चलने वाली बसों में चालक-परिचालकों के आराम को सुनिश्चित करने के लिए पिछली सीट को लंबा बनाया गया है। उन्होंने दावा किया कि यह सीट हर लिहाज से सुविधाजनक है और यात्रियों को भी इसमें बैठने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए।
हालांकि, यात्रियों का कहना है कि लंबी सीट पर बैठना असुविधाजनक हो सकता है। उनका कहना है कि पूरे सफर में सीधा बैठ पाना मुश्किल होता है और झटके लगने पर चोट लगने की संभावना रहती है। हरियाणा रोडवेज ने भी इसी तरह की शिकायतों के बाद अपनी कई बसों में पिछली सीट को चेयर सीट में बदल दिया था।
सीटीयू अधिकारियों ने बताया कि ये नई बसें 15 दिसंबर तक चंडीगढ़ पहुंचने की संभावना है। उसके बाद इन बसों का रजिस्ट्रेशन और परमिट की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और इन्हें नए रूट्स पर चलाया जाएगा। वहीं, यूनियन और यात्रियों की शिकायतों के मद्देनज़र, पिछली सीट के विवाद का समाधान निकाले जाने की उम्मीद जताई जा रही है। यूनियन ने परिवहन सचिव दीप्रवा लाकड़ा को पत्र लिखकर पिछली सीट को चेयर सीट में बदलने की मांग की है।