ग्वालियर. मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस पर गंभीर आरोप लगे हैं. आॉटो ड्राइवर का कहना है कि ग्वालियर पुलिस ने चोरी के शक में पकड़ा और बेरहमी से पिटाई की. क्राइम ब्रांच के टीआई सहित अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे जमकर पीटा. साथ ही गिलास में भरकर पेशाब भी पिलाई. मारपीट के बाद भी पुलिस ऑटो चालक को चोर साबित नहीं कर पाई, तो थाने में शांतिभंग करने का केस दर्ज कर उसे छोड़ दिया. बेरहम पिटाई से ऑटो चालक के पैर की उंगलियां फ्रैक्चर हो गई. इसके चलते वह अपनी बहन के घर बिस्तर पर पड़ा है. इन हालातों में उसके 5 साल के बेटे की परवरिश का संकट खड़ा हो गया है. अब पीड़ित ऑटो चालक ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है. उधर पुलिस पर गंभीर आरोप लगने के चलते SP ने इस मामले के लिए एडिशनल एसपी को जांच करने के आदेश दिए हैं.
ग्वालियर के सिकंदर कंपनी इलाके में रहने वाला दीपक शिवहरे पेशे से ऑटो ड्राइवर है. दीपक के माता-पिता कई साल पहले गुजर चुके है. वहीं कुछ साल पहले उसकी पत्नी की भी मौत हो गई. ऐसे में दीपक अपने बेटे को किराए का ऑटो चलाकर पाल रहा है. अपनी बहन के घर बिस्तर पर पड़े दीपक की पैरों की उंगलियों में फ्रैक्चर है.
ऑटो चालक ने लगाया आरोप
दीपक का आरोप है कि ग्वालियर पुलिस ने चोरी के शक में उसे थाने बुलाकर बेरहमी से पीटा. गया और उसके बाद उसे पेशाब पिलाई गई. दीपक का कहना है कि पुलिस की पिटाई से उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया, जिसके चलते अब 5 साल के बेटे की परवरिश का संकट खड़ा हो गया है. दीपक ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाई है. दीपक का कहना है कि वह बेगुनाह है और पुलिस वालों ने उसे बर्बरता से मारा है, लिहाजा उसे न्याय दिलाया जाए. उसकी देखभाल करने वाली बहनों ने लगाई न्याय की गुहार लगाई है.
पुलिस की बर्बरता की इस कहानी की वजह चोरी का एक मामला है. ग्वालियर में 18 जून को भिंड के सराफा कारोबारी अमन बंसल की कार से 14 लाख रुपये कीमत का सोना चोरी हो गया था. स्टेशन बजरिया के पास कार पंचर हुई और उसे दौरान कार से 14 लख रुपये कीमत का 245 ग्राम सोने की जेवरात चोरी हो गए. कारोबारी अमन ने इस मामले की पड़ाव थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. पड़ाव पुलिस ने मामले की जांच के दौरान घटनास्थल के आसपास की सीसीटीवी फुटेज चेक किया तो उसमें कार के पास कुछ ऑटो संदिग्ध नजर आ रहे थे. पुलिस ने नंबरों के आधार पर ट्रेस किया और ड्राइवर दीपक शिवहरे को पूछताछ के लिए बुलाया गया.
ऑटो चालक दीपक का आरोप है कि उसे 19 जून की शाम पड़ाव थाने बुलाया गया जहां उसे थाने में बंद कर जमकर पीटा गया. उसके बाद छोड़ दिया. 20 तारीख को फिर क्राइम ब्रांच अफसर ने थाटीपुर दफ्तर बुलाया वहां भी उसे जमकर पीटा गया और उसके बाद उसे पेशाब पिलाई गई. पुलिस कर्मियों पर गंभीर आरोप लगने के चलते मामला बिगड़ गया. एसपी धर्मवीर सिंह का कहना है कि चोरी के एक मामले में पूछताछ के लिए कुछ लोगों को पकड़ा गया था. पूछताछ के दौरान कई तथ्य सामने आए थे. ऑटो चालक ने पुलिस पर लगाए गए. आरोपों के लिए एडिशनल एसपी को जांच सौपी गई है. जांच में कोई दोषी होगा तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.
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FIRST PUBLISHED : June 28, 2024, 18:12 IST