सतना: मानसून के आते ही मध्य प्रदेश के साथ ही देश के कई राज्यों में सोयाबीन की खेती की शुरुआत होगी. ऐसे में सोयाबीन की बंपर पैदावार लेने के लिए किसानों को योजनाबद्ध तरीके से खेती करनी चाहिए. इसके लिए किसानों को समय रहते खेतों की उचित जुताई, अच्छे बीजों का प्रबंधन और बुवाई की तकनीक पर विशेष ध्यान देना चाहिए. वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश ने बताया कि कैसे सोयाबीन की खेती से किसान बंपर फायदा ले सकते हैं.
वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक ने Local 18 को बताया कि हाल ही के कुछ दिनों में मध्य प्रदेश भर के कई जिलों में हल्की बारिश हुई है, जिसके चलते खेतों में थोड़ी नमी बनी हुई है. इसलिए किसान कल्टीवेटर की जगह मोल्ड बोर्ड प्लाऊ की मदद से खेतों की गहरी जुताई कर दें. इससे खेत की मिट्टी अच्छे से पलट जाती है. कई तरीके से हमारे खेतों को फायदे मिलते हैं जो आगामी फसल के लिए बेहतर उत्पादन क्षमता प्रदान करते हैं.
मोल्ड बाेर्ड प्लाऊ से जुताई के फायदे
डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि मोल्ड बोर्ड प्लाऊ से खेत की पहली जुताई के अनेकों फायदे हैं, जिनमें जुताई करते समय जमीन से हानिकारक कीट बाहर निकलते हैं, जिन्हें चिड़िया खा लेती हैं. इसके अलावा बहुवर्षीय हानिकारक खरपतवार की जड़ें खेत के बाहर खुले आसमान में आ जाती हैं जो 43 से 45 डिग्री सेल्सियस तापमान पर सूख जाती हैं. इसके साथ खरपतवार के बीज भी तपन में भुन जाते हैं और दोबारा नहीं उगते. खेतों में पानी को स्टोर करने की क्षमता बढ़ती है.
फ्यूजेरियम ऑक्सिस्पोरम से मिलेगी निजात
सोयाबीन में लगने वाले उखटा जैसे रोगों का कारक फ्यूजेरियम ऑक्सिस्पोरम नामक बिल्ट को भी समय और प्लाऊ की जुताई से खत्म किया जा सकता है, ताकि फसल रोग मुक्त रहे. मानसून की पहली बारिश के कुछ दिन बाद खेत को कल्टीवेटर से जोत दें और बेहर खेत तैयार कर बीजों का सही चयन, उपचार, कर उपयुक्त उर्वरक मिश्रण के साथ बिजाई करें.
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FIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 21:26 IST