फरीदाबाद : यह सफलता काफी खास थी. जब गांव की बेटी पुलिस बनकर लौटी तो जश्न का माहौल था. मौका भी खास थी. क्योंकि पहली बार कोई बेटी पुलिस में भर्ती हुई थी. दरअसल, फरीदाबाद के गांव गढ़खेड़ा में उस समय माहौल उत्सव की तरह हो गया था, जब गांव की बेटी नेहा अपने गांव गढ़खेड़ा पहुंची. दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल बन चुकी हैं. ट्रेनिंग और नौकरी ज्वाइन करने के बाद नेहा पहली बार अपने गांव लौटी थी. गांव वालों ने ढोल नगाड़े, डीजे बजाकर और फूल माला पहनकर उनका जोरदार स्वागत किया.
गांव की पहली बेटी जो बनी पुलिस
वही नेहा के पिता–माता, भाई बहन, सब के अंदर खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. उन्होंने बताया कि नेहा बेटी को पूरी मेहनत से पढ़ाया है. आज जब बेटी पर भी पहनकर घर लौटी है, तो बेहद गर्व महसूस हो रहा है. गांव की यह पहली बेटी हे जो पुलिस में लगी है. पूरे फरीदाबाद जिले का नाम रोशन कर दिया है. नेहा पूरे गांव के लिए प्रेरणा है. गांव के अन्य युवा और खासतौर से लड़कियां भी नेहा से प्रेरणा लेंगे और अन्य बच्चे भी कामयाब होंगे.
मेहनत और लगन से पाई सफलता
वहीं दिल्ली पुलिस में हेड कांस्टेबल पद पर तैनात हुई नेहा का कहना है कि उन्होंने कड़ी मेहनत पढ़ाई की थी. अब कामयाबी मिली है जिसकी बदौलत आज मैं अपने गांव पहुंची तो मेरा भव्य स्वागत किया गया. मैं गांव के लोगों का तहे दिल से धन्यवाद करती हूं. उन्होंने कहा कि युवाओं को कभी निराश नहीं होना चाहिए. मेहनत और लगन से हर मंजिल पा सकते हैं. मेरे मां-बाप और गांव की मेहनत से मैं सफल हुई हूं. 2 जुलाई से मेरी जॉइनिंग शुरू हो जाएगी.
FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 12:04 IST