हाइलाइट्स
अगर आंखों में कोई दिक्कत न हो, तो आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
ड्राइनेस की समस्या हो, तो डॉक्टर की सलाह पर आई ड्रॉप्स का यूज करना चाहिए.
Do Eye Drops Impact Vision: आपने देखा होगा कि कई लोग नियमित रूप से आई ड्रॉप का इस्तेमाल करते हैं. कुछ लोग मानते हैं कि रोजाना आई ड्रॉप डालने से आंखों की रोशनी तेज बनी रहती है और चश्मा उतरने की संभावना बढ़ जाती है. जिन लोगों के चश्मे का नंबर हाई होता है, कई बार वे भी लगातार आई ड्रॉप्स इस्तेमाल करते हैं. लोगों का लगता है कि नियमित रूप से आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने से आईसाइट बेहतर हो सकती है और चश्मा उतर सकता है. बाजार में भी तमाम आई ड्रॉप्स आईसाइट बेहतर करने का दावा करते हैं. हालांकि एक्सपर्ट्स की राय इस मामले पर बिल्कुल अलग है.
नई दिल्ली के विजन आई सेंटर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. तुषार ग्रोवर ने News18 को बताया कि ऐसा कोई भी आई ड्रॉप नहीं होता है, जो आईसाइट को बेहतर करके चश्मा उतार सके. अगर कोई अपना चश्मा उतारने या आईसाइट बेहतर करने के लिए आई ड्रॉप इस्तेमाल कर रहा है, तो उसे ऐसा नहीं करना चाहिए. जिन लोगों की आंखों में कोई समस्या नहीं है, उन्हें आई ड्रॉप्स बिना वजह यूज नहीं करने चाहिए. आमतौर पर डॉक्टर आंखों की ड्राइनेस, इंफेक्शन, एलर्जी और काला मोतिया जैसी कंडीशंस में आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. सिर्फ ऐसे ही लोगों को ड्रॉप्स यूज करने चाहिए.
डॉक्टर तुषार कहते हैं कि चश्मे का नंबर किसी भी आई ड्रॉप से कम नहीं किया जा सकता है और न ही इसे ड्रॉप्स डालकर हटाया जा सकता है. अगर आपकी आंखों में कोई समस्या नहीं है, तो रोज ड्रॉप नहीं डालना चाहिए. किसी भी तरह के ड्रॉप्स से आईसाइट पर कोई फर्क नहीं पड़ता है. सिर्फ बच्चों के चश्मे के नंबर को रोकने के लिए कुछ आई ड्रॉप्स दिए जाते हैं, लेकिन वे भी एक निश्चित समय तक इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है. इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि ड्रॉप्स डालने से आपकी आंखों की रोशनी तेज हो जाएगी. लोगों को अफवाहों से बचना चाहिए.
क्या किसी भी तरीके से चश्मे से छुटकारा पाया जा सकता है? इस पर डॉक्टर तुषार ने कहा कि आज के दौर में चश्मा उतारने के लिए लेसिक समेत कई तकनीक इस्तेमाल की जाती हैं. प्रॉपर स्क्रीनिंग और टेस्ट करने के बाद लेसिक की मदद से लोगों का चश्मा उतारा जा सकता है. हालांकि हर किसी के मामले में ऐसा करना संभव नहीं होता है. जिन लोगों के कॉर्निया की थिकनेस कम होती है, उन्हें चश्मा लगाने की सलाह दी जाती है. अगर कोई चश्मा उतरवाना चाहता है, तो उसे किसी ऑप्थैल्मोलॉजिस्ट की सलाह लेनी चाहिए और उसकी सलाह के अनुसार कदम उठाना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : April 1, 2024, 16:03 IST