जबलपुर: अगर आपसे कोई पूछे कि विश्व प्रसिद्ध स्नूकर खेल की शुरुआत कहां हुई थी? तब ज्यादातर लोग गूगल सर्च करने लगेंगे. जब जवाब देखेंगे तो यकीनन चौंक जाएंगे. यही नहीं, टीवी के चर्चित प्रोग्राम कौन बनेगा करोड़पति यानी KBC में भी यह सवाल पूछा गया था. उस वक्त भी जवाब जानकर लोग हैरान रह गए थे.
दरअसल, बहुत कम लोग जानते होंगे कि विश्व प्रसिद्ध स्नूकर गेम की शुरुआत जबलपुर के नर्मदा क्लब से हुई थी या यूं कहें कि स्नूकर गेम का जनक जबलपुर शहर है. इसका इतिहास 17वीं शताब्दी का है. हालांकि, उस समय जबलपुर को अंग्रेज जब्बलपोर नाम से पुकारते थे. इस खेल को अंग्रेजों ने पहली बार यहीं खेला था. यह प्रश्न केबीसी में भी पूछा जा चुका है.
कब बना था पहला स्नूकर टेबल?
इस गेम की लोकप्रियता इतनी है कि अब इसे मोबाइल में लोग खेलने लगे हैं. Local 18 से चर्चा करते हुए नर्मदा क्लब के मैनेजर मंगेश पिल्लई ने बताया कि विश्व में स्नूकर गेम की शुरुआत जबलपुर के नर्मदा क्लब से हुई, जिसका इतिहास 17वीं शताब्दी से जुड़ा है. लिहाजा आज भी 17वीं शताब्दी की स्नूकर टेबल नर्मदा क्लब में मौजूद है. टेबल में 1707 सन का उल्लेख भी किया गया है. जब टेबल की सीट बदली जाती है, तब इस इतिहास का उल्लेख टेबल में मिलता है. हालांकि, उनका कहना है कुछ बातें रोचक भी हैं. नर्मदा क्लब 18वीं शताब्दी का है, लेकिन स्नूकर टेबल 17वीं शताब्दी का है. मतलब नर्मदा क्लब बनने के पहले भी अंग्रेजों ने इस टेबल का इस्तेमाल किया था.
ऐसे पड़ा स्नूकर नाम
जानकारी के मुताबिक, जबलपुर सदर के नर्मदा क्लब में ऑफिसर्स मेस हुआ करती थी, जहां मिलिट्री के लेफ्टिनेंट चैंबर्लिन मेस का लुफ्त उठाने के साथ ही गेम खेला करते थे. 1875 में ऑफिसर्स मेस में लेफ्टिनेंट चैंबर्लिन, बिलियर्ड्स गेम खेल रहे थे. तभी बिलियर्ड्स टेबल के चारों ओर मौजूद मिलिट्री अकादमी के कैडेट्स अच्छा गेम नहीं खेल रहे थे. चैंबर्लिन ने गेंद को पॉकेट में डालने को कहां, लेकिन वह गेंद को पूल नहीं कर पाए. इसके बाद उन्होंने उन कैडेट्स को नौसिखिया यानी स्नूकर नाम से पुकारा, जो पहली बार खेल रहे थे. यानी बिलियर्ड्स टेबल से ही इस गेम की शुरुआत हुई और स्नूकर नाम पड़ा.
इस तरह खेलते हैं स्नूकर गेम
चैंबर्लिन ने बिलियर्ड्स गेम की तरह ही स्नूकर के भी नियम बनाए. लेकिन, दोनों खेलों में बहुत अंतर था. स्नूकर गेम को स्टिक की मदद से खेला जाता है. यह खेल एक बड़ी टेबल में खेला जाता है, जिसका आकार 12*6 फीट होता है. इस टेबल में हरे रंग की मैट होती है, जिसके चारों कोने पर पॉट यानी होल बने होते हैं. इसके अलावा दो होल बीच में भी होते हैं. बिलियर्ड्स में तीन अलग-अलग रंग की गेंद होती हैं, जबकि स्नूकर में 22 गेंद से गेम को खेला जाता है. स्नूकर गेम में 15 लाल गेंद, एक सफेद गेंद और 6 रंगीन गेंद होती हैं. जहां खिलाड़ी को लाल गेंद को पूल करना होता है. हर गेंद के लिए अलग-अलग अंक स्नूकर में दिए जाते हैं.
पहले हाथी दांत की बनी होती थी गेंद
बताया जाता है कि जिस गेंद से पहले खेला जाता था, वह गेंद हाथी के दांतों से बनी होती थी. लिहाजा, अब स्नूकर गेम दुनिया भर में लोकप्रिय बनता जा रहा है, जहां 90 देश के मिलियन लोग इस गेम को खेलते हैं. यह गेम चीन के लोग खेलना ज्यादा पसंद करते हैं. यहां तक कि अब इस गेम को मोबाइल में भी खेला जाने लगा है. दूसरी तरफ नर्मदा क्लब में मौजूद स्नूकर टेबल को देखने दूर-दराज से लोग आते हैं. जिस पर आज भी बड़े-बड़े टूर्नामेंट खेले जाते हैं. नर्मदा क्लब के सदस्यों ने आज भी इस टेबल को संजोकर रखा हुआ है.
केबीसी में 25 लाख का था यह सवाल
कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में स्नूकर को लेकर सवाल भी पूछा जा चुका है, जिसमें ग्वालियर की प्रोफेसर किरण बाजपेई से यह प्रश्न पूछा गया था कि इनमें से किस गेम की उत्पत्ति जबलपुर से हुई, जिसके चार उत्तर पोलो, स्नूकर, गोल्फ और बैडमिंटन थे, जहां उन्होंने स्नूकर उत्तर देकर 25 लाख रुपए की रकम जीती थी.
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FIRST PUBLISHED : May 25, 2024, 20:07 IST