Search
Close this search box.

कभी एक दूसरे के जान के थे प्यासे, पुलिस ने की पहल, अब फुटबॉल मैच खत्म किया 2 दशक पुराना विवाद-football match ended 2 decade old dispute in Rohtas after police initiative They were once thirsty for each other life – News18 हिंदी

रोहतास. कहा जाता है कि खेलों के माध्यम से बड़े-बड़े विवाद सुलझाए जा सकते हैं. बिहार के रोहतास जिले की पुलिस ने इस बात को सच साबित कर दिखाया है. दरअसल रोहतास जिला के करगहर के दक्षिण मोहल्ले में 2 दशकों से अधिक पुराने सामुदायिक विवाद को फुटबॉल मैच के माध्यम से सुलझाया गया.  यह पूरी कहानी इन दिनों इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.

बताया जाता है कि करगहर थाने में एक प्रशिक्षु डीएसपी पंकज कुमार की पदस्थापना हुई हैं. जब उन्हें पता चला कि करगहर के दक्षिण मोहल्ला में दो टोला के लोगो बीच वर्षो से जातीय तनाव रहता है. खासकर रविदास तथा नोनिया समाज के बीच पिछले दो दशकों से विवाद चल रहा है. आए दिन दोनों गुटों के बीच मारपीट होती रही है. यहां तक की दोनों टोलो के बीच हुए हिंसक झड़प में हत्या तक की वारदात हो चुकी है. एक दूसरे पर तेजाब फेंकने के भी कांड हो चुके हैं.

कभी थे एक दूसरे के खून के प्यासे! रोहतास पुलिस ने किया कमाल, बस फुटबॉल मैच से खत्म हुआ दशकों पुराना विवाद

पुलिस की पहल पर लोगों ने खेला मैच

ऐसे में स्थानीय पुलिस ने एक पहल की तथा करगहर के दक्षिण मोहल्ला के नोनिया जाति के सभ्रांत लोगों और रविदास समाज के पढ़े-लिखे लोगों को इकट्ठा किया एवं बातचीत कर पुराने मसलों को खत्म करने की कोशिश शुरू की. तय हुआ कि दोनों समाज के युवाओं के बीच एक फुटबॉल मैच का आयोजन किया जाए. जिसके माध्यम से लोग एक दूसरे को जानेंगे तथा आपसी समझ भी बढ़ेगी. प्रशिक्षु डीएसपी सह करगहर के थानाध्यक्ष पंकज कुमार के पहल पर उसी मैदान को खेल के लिए चुना गया जहां आए दिन दोनों समाज के लोग झड़प करते थे.

तेजस्वी के बंगले में रहेंगे सम्राट चौधरी तो तेजप्रताप वाले में विजय सिन्हा, बिहार के मंत्रियों को आवंटित हुआ नया बंगला, देखें लिस्ट

पुलिस अधिकारी बने थे रेफरी

बड़ी बात है कि पुलिस के अधिकारी इस फुटबॉल मैच के रेफरी बने और कल तक एक दूसरे के जान के प्यासे बने नोनिया तथा रविदास समाज के युवा जब फुटबॉल लेकर मैदान में दौड़ने लगे तो देखते ही देखते 20 सालों से अधिक का पुराना विवाद फुटबॉल की तरह कदमों में आ गया. नोनिया समाज के टीम का नाम चौधरी फुटबाल क्लब तो रविदास समाज के टीम का नाम अंबेडकर फुटबॉल क्लब रखा गया. दोनों के बीच जोरदार मुकाबला हुआ.

रविदास क्लब ने जीता फुटबॉल मैच

अंतत: रविदास क्लब ने यह फुटबॉल मैच को जीत लिया. इसके बाद दोनों समाज के लोग एक दूसरे से गले मिले, बड़ी बात यह है कि पुलिस की इस पहल की सभी ने सराहना की और दो दशक से चल रहा तनाव खत्म हो गया. अब निर्णय लिया गया कि आने वाले समय में समय-समय पर दोनों समाज के लोग सामूहिक रूप से कार्यक्रम का आयोजन करेंगे. साथ ही फुटबॉल तथा अन्य खेल खेले जाएंगे, ताकि आपसी भाईचारा एवं सामंजस्य बरकरार रहे.

क्या कहते हैं प्रशिक्षु डीएसपी पंकज कुमार?

प्रशिक्षित डीएसपी पंकज कुमार को फिलहाल करगहर के थानाध्यक्ष के पद पर तैनात किया गया है. जब से वह तनात हुए हैं, उसके बाद से इलाके में लोगों से मिलना जुलना शुरू कर दिया है. खासकर पुराने विवादों को सुलझाने में लगे हुए हैं. वह कहते हैं कि जब एक दूसरे से लोग मिलेंगे तो अपने आप विवाद काम होगा. लोग एक दूसरे को जानेंगे, उसके सुख-दुख के भागीदार बनेंगे. दिमाग में जो नकारात्मक सोच है उसे सकारात्मक ऊर्जा में बदलने की आवश्यकता है. ताकि उसका सदुपयोग समाज हित में किया जाए.

Tags: Bihar News

Source link

Leave a Comment

और पढ़ें

  • JAPJEE FAMILY DENTAL CLINIC
  • Ai / Market My Stique Ai
  • Buzz Open / Ai Website / Ai Tool