स्थानिय पप्पू ने कहा कि हजारीबाग को झारखंड का शिमला कहा जाता था. पिछले कुछ सालों से यहां के तापमान में काफी वृद्धि हुई है. इसका मुख्य कारण वृक्षों का अंधाधुन कटाई है. हजारीबाग का तापमान 45°नहीं पहुंचा था. लेकिन, इस बार वह रिकॉर्ड भी टूट चुका है.
स्थानिय पप्पू ने कहा कि हजारीबाग को झारखंड का शिमला कहा जाता था. पिछले कुछ सालों से यहां के तापमान में काफी वृद्धि हुई है. इसका मुख्य कारण वृक्षों का अंधाधुन कटाई है. हजारीबाग का तापमान 45°नहीं पहुंचा था. लेकिन, इस बार वह रिकॉर्ड भी टूट चुका है.
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