पंजाब सरकार को जवाब देना चाहिए कि प्रदीप कलेर को अब तक दो मामलों में गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया- हरजिंदर सिंह धामी
डेरा सिरसा के पूर्व प्रेमी प्रदीप कलेर की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं। अब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदीप कलेर के मुद्दे को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से मिलेगा, जिसमें एसजीपीसी भी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से मुलाकात के लिए समय मांग रही है. इस संबंध में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि राम रहीम को श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छवि चुराने के मामले में भी गिरफ्तार किया गया था. लेकिन तीन साल बाद भी भगवंत मान सरकार ने आज तक अपनी सेंक्शन रिपोर्ट पेश नहीं की है। जिसके संबंध में वह पंजाब के मुख्यमंत्री से मिलेंगे उन्होंने कहा कि मैं माननीय न्यायालय के आदेश की प्रतियां भी लेकर आया हूं जिसमें प्रदीप कलेर को पीओ घोषित किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदीप केलर के बयान के बाद राम रहीम और हनीप्रीत के खिलाफ मामला क्यों दर्ज नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि प्रदीप केलर के खिलाफ एक ही थाने में तीन मामले दर्ज किए गए, जिनमें से एक में प्रदीप केलर की गिरफ्तारी हुई जबकि प्रदीप केलर की गिरफ्तारी नहीं हुई. दो मामलों में गिरफ्तार इसके पीछे कोई गहरी साजिश नजर आ रही है, जिसके लिए वे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखकर मुलाकात का समय मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि बाबा को दोषी नहीं ठहराने के बाद अन्य मामलों में कार्रवाई क्यों नहीं की गयी, उन्होंने कहा कि कुछ दिनों से पूर्व पुलिस अधिकारी बार-बार कह रहे हैं कि शिरोमणि कमेटी ने सीबीआई को क्लोजर रिपोर्ट दे दी है. साथ ही उन्होंने बोलते हुए कहा कि 17 जुलाई 2019 को शिरोमणि कमेटी ने अंतरिम कमेटी की बैठक में क्लोजर रिपोर्ट की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था और कानूनी लड़ाई लड़ने का फैसला किया था, लेकिन हमने क्लोजर रिपोर्ट का विरोध किया था जानबूझकर शिरोमणि कमेटी को निशाना बनाना दुर्भाग्यपूर्ण उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी के कानूनी विशेषज्ञ इस मामले में डेरा सिरसा के पूर्व प्रेमी प्रदीप कलेर से भी मिल रहे हैं और कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.