एसजीपीसी ने फिल्म इमरजेंसी के निर्माताओं को भेजा कानूनी नोटिस
अमृतसर, 28 अगस्त 2024- शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सिखों के चरित्र और इतिहास को गलत तरीके से पेश करने वाली कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के निर्माताओं को कानूनी नोटिस भेजा है और उनसे सिख विरोधी भावनाओं वाले आपत्तिजनक दृश्यों को काटने के लिए कहा है। शिरोमणि कमेटी के कानूनी सलाहकार. अमनबीर सिंह सियाली द्वारा भेजे गए नोटिस में कंगना रनौत समेत फिल्म के निर्माताओं से सार्वजनिक और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जारी ट्रेलर को हटाने और सिख समुदाय से लिखित माफी मांगने को कहा गया है।
शिरोमणि कमेटी के सचिव जानकारी देते हुए प्रताप सिंह ने बताया कि जैसे ही कंगना रनौत की इमरजेंसी फिल्म का मामला ध्यान में आया तो सिख संगठन ने सिख भावनाओं को व्यक्त करते हुए इसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि इस फिल्म पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे रोकने के लिए भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष श्री प्रसून जोशी को कई बार पत्र लिखा गया।
प्रताप सिंह ने कहा कि शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के निर्देशानुसार कंगना रनौत समेत इस फिल्म के निर्माताओं को कानूनी नोटिस भेजा गया है. उन्होंने कहा कि फिल्म इमरजेंसी का ट्रेलर रिलीज होने के बाद कई सिख विरोधी दृश्य सामने आए हैं, जिससे सिख समुदाय की भावनाप्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए 31 अगस्त तक आवेदन किया जा सकताओं को गहरा ठेस पहुंचा है. फिल्म में 1984 के घल्लूघारा के महान शहीद संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरावाले सहित सिखों के चरित्र को गलत प्रचारित करते हुए सिखों को आतंकवादी और अलगाववादी दिखाने का प्रयास किया गया है, जो अस्वीकार्य और इससे कोसों दूर है. सत्य बहुत दूर है
प्रताप सिंह ने कहा कि फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद ही सिख समुदाय में भारी विरोध हो रहा है, जिसे देखते हुए शिरोमणि कमेटी की ओर से कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है. उन्होंने कहा कि अगर कंगना रनौत और फिल्म निर्माताओं द्वारा आपत्तिजनक सिख विरोधी दृश्यों को नहीं काटा गया तो उनके खिलाफ हर स्तर पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और कड़ा विरोध किया जाएगा.