नई दिल्ली. अप्रैल महीने की शुरुआत में सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के दूतावास पर कथित इजरायली हमले के लिए जवाबी कार्रवाई की ईरानी धमकी के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने के कारण एअर इंडिया की उड़ानें एहतियात के तौर पर ईरानी हवाई क्षेत्र से बच रही हैं. फ़्लाइटरडार के अनुसार, शनिवार सुबह नई दिल्ली से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एअर इंडिया की एक उड़ान ने ईरानी हवाई क्षेत्र से बचने के लिए लंबा रास्ता अपनाया.
क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच ईरान के हवाई क्षेत्र से बचने के लिए एअर इंडिया लुफ्थांसा और क्वांटास से जुड़ गई है. ऑस्ट्रेलियाई वाहक क्वांटास ने शनिवार को कहा कि वह ईरान के हवाई क्षेत्र से बचने के लिए पर्थ और लंदन के बीच अपनी लंबी दूरी की उड़ानों को फिर से र्निर्देशित करेगा. क्वांटास के प्रवक्ता ने कहा, “अगर यात्रियों की बुकिंग में कोई बदलाव होता है तो हम सीधे उनसे संपर्क करेंगे.”
जर्मन एयरलाइंस लुफ्थांसा और उसकी सहायक ऑस्ट्रियाई एयरलाइंस ने भी अपनी उड़ानों के लिए नया रास्ता तय किया है और तेहरान से आने-जाने वाली उड़ानों पर सस्पेंशन बढ़ा दिया है, क्योंकि ईरान ने इजरायल को जवाबी कार्रवाई की धमकी दी थी और अमेरिकी अधिकारियों ने समाचार एजेंसियों को बताया था कि इजरायल पर किसी भी समय हमला हो सकता है. लुफ्थांसा के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा था, “मौजूदा स्थिति के कारण, लुफ्थांसा गुरुवार, 18 अप्रैल तक तेहरान से अपनी उड़ानें निलंबित कर रहा है. एयरलाइन अब ईरानी हवाई क्षेत्र का उपयोग भी नहीं कर रही है.”
अमेरिका ने शुक्रवार को कहा था कि इजरायल के लिए ईरानी खतरा अभी भी अधिक है और उसके राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कट्टर दुश्मन तेहरान से क्षेत्र में अपने सबसे मजबूत सहयोगी पर हमला करने से परहेज करने को कहा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सीरिया में हमले के जवाब में ईरान किसी भी समय इजरायल पर हमला बोल सकता है.
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FIRST PUBLISHED : April 13, 2024, 19:06 IST