ईशा बिरोरिया/ ऋषिकेश: उत्तराखंड में स्थित ऋषिकेश एक पावन तीर्थ स्थल है. यहां कई सारे प्राचीन मंदिर स्थापित हैं, जिनके दर्शन के लिए भक्त दूरदराज से आते हैं. इन्हीं प्राचीन मंदिरों में से एक श्री सच्चा अखिलेश्वर महादेव मंदिर भी है. यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जहां प्रतिदिन महारुद्राभिषेक का आयोजन करवाया जाता है.
Local 18 के साथ बातचीत में श्री सच्चा अखिलेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी शुभम तिवारी बताते हैं कि यह मंदिर लक्ष्मण झूला पर गंगा किनारे स्थित है. इस मंदिर की स्थापना संत श्री सच्चा बाबा द्वारा की गई थी. इसलिए इसे सच्चा अखिलेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है. साथ ही उन्होंने इस मंदिर की स्थापना मानव कल्याण के लिए गंगा के तट पर की थी. यहां शिवजी की सबसे बड़ी पूजा, जिसे महारुद्राभिषेक कहा जाता है, उसकी शुरुआत संत सच्चा बाबा द्वारा ही की गई. यहां तब से हर रोज महारुद्राभिषेक होता है.
राज्य का सबसे ऊंचा शिवलिंग
वह आगे बताते हैं कि इस मंदिर की प्रसिद्धि का एक कारण यहां स्थापित शिवलिंग भी है, जिसकी ऊंचाई करीब 11 फीट है. यह ऋषिकेश का ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य का सबसे ऊंचा शिवलिंग है. इसे एक ही पत्थर से बनाया गया है. देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों के बीच यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है. इस शिवलिंग पर जल अर्पण के लिए सभी को सीढ़ियों का सहारा लेना पड़ता है. इस मंदिर में प्रतिदिन भजन कीर्तन का आयोजन करवाया जाता हैं और साधु-संतों को दो वक्त निशुल्क भोजन भी करवाया जाता है. अगर आप ऋषिकेश घूमने आए हुए हैं या फिर आने की सोच रहे हैं तो इस मंदिर के दर्शन जरूर करें. इस मंदिर के पट सुबह 6 बजे से संध्या आरती के बाद करीब 8 बजे तक खुले रहते हैं.
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FIRST PUBLISHED : March 6, 2024, 17:17 IST