—नशे के कारोबार से करोड़ों की संपत्ति बनाने का मामला, संपत्तियों का पता लगाने के लिए एसटीएफ ने बठिंडा शहर और मौड़ मंडी में की छापेमारी
नशे का कारोबार कर करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाने के मामले में एसटीएफ मोहाली ने फाजिल्का जिले में तैनात सेहत विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर शीशन मित्तल के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। इसके बाद एसटीएफ की टीम ने वीरवार सुबह ड्रग इंस्पेक्टर के बठिंडा और मौड़ मंडी स्थित आवासों के अलावा प्रदेश भर में 13 जगहों पर छापेमारी की गई। इस दौरान एसटीएफ टीम ने ड्रग इंस्पेक्टर के सभी खाते, गोल्ड, एफडी सील किया और कुछ दस्तावेज साथ में ले गए।मौजूदा समय में शीशन मित्तल ड्रग इंस्पेक्टर फिलहाल फाजिल्का में तैनात हैं और बीती 19 जुलाई से लेकर 31 अगस्त तक छुट्टी पर चल रहा था। बता दें कि शीशन इससे पहले बठिंडा और मानसा में बतौर ड्रग इंस्पेक्टर भी तैनात रहे हैं। एसटीएफ की तीन अलग-अलग टीमों ने शीशन मित्तल के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की।
एसटीएफ के एक बड़े अधिकारी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर शीशन मित्तल के नशा तस्करों के साथ संबंध है और उसने नशा बेचकर बेनामी संपत्ति बनाई है। जिसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर वीरवार को उसके बठिंडा, मौड़ मंडी व गिद्दड़बाहा के अलावा 13 जगहों पर मोहाली एसटीएफ की टीमों ने छापेमारी की है। अधिकारियों के अनुसार आरोपित ड्रग इंस्पेक्टर नशा तस्करो के साथ मिलकर खूब बेनामी संपत्ति बनाई और तस्करी के धंधे में भी सम्मिलित था। मोड मंडी में बड़े तस्करों के साथ भी उसके संबंध है।
बठिंडा में डीएसपी परमजीत सिंह डोड और मौड़ मंडी में रविंदरपाल सिंह के नेतृत्व में की गई छापेमारी के दौरान करीब 5 से 6 घंटे तक चली जांच के दौरान एसटीएफ की टीम ने गणपति एनक्लेव में शीशन मित्तल के घर से गाड़ियों के कागजात और अन्य दस्तावेज जब्त किए। एसटीएफ के डीएसपी परमजीत सिंह डोड ने बताया कि मोहाली में दर्ज मामले के संबंध में वे आज जांच के लिए यहां पहुंचे हैं और नियमित रिपोर्ट तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को भेज रहे हैं।