नई दिल्ली. मणिपुर के अशांत क्षेत्र में विद्रोहियों ने शुक्रवार सुबह एक बड़ी वारदात को अंजाम दिया. उनकी हिम्मत इस कदम बढ़ गई कि वो भारतीय सेना के एक जवान को ही अपने साथ उसके घर से अपहरण कर ले गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए सेना की तरफ से तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. 10 घंटे की मशक्कत के बाद इस जवान को बचा लिया गया. जवान की पहचान राज्य के थौबल जिले के चारंगपत ममांग लीकाई के निवासी जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) नायब सूबेदार कोनसम खेड़ा सिंह के रूप में हुई.
जिस वक्त मणिपुर के विद्रोहियों ने इस वारदात को अंजाम दिया, तब सेना का जवान कोनसम खेड़ा सिंह छुट्टी पर था. आज सुबह 9 बजे एक वाहन में आए विद्रोहियों ने घर से उनका अपहरण कर लिया था. सेना की तरफ से जारी बयान में कहा गया, “सेना की टुकड़ियों ने जेसीओ को बचाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों द्वारा एक समन्वित संयुक्त तलाशी अभियान चलाया. सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों के परिणामस्वरूप आज शाम 6:30 बजे जेसीओ को सुरक्षित बचा लिया गया. जेसीओ वर्तमान में थौबल जिले के वाइखोंग पुलिस स्टेशन (काकचिंग के पास) में है. मणिपुर पुलिस घटना की जांच कर रही है.”
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एक्स पर एक पोस्ट में, नागालैंड, मणिपुर और दक्षिणी अरुणाचल प्रदेश के लिए रक्षा मंत्रालय के जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, “भारतीय सेना ने आज सुबह अपहृत किए गए अपने जेसीओ, नायब सूबेदार कोनसम खेड़ा सिंह, चारंगपत ममांग लीकाई, थौबल, #मणिपुर को बचा लिया, जबकि छुट्टी पर हूं. @manipur_police मामले की जांच कर रही है.”
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FIRST PUBLISHED : March 8, 2024, 23:11 IST