हाथी पांव से ग्रसित मरीज भी बनवा पाएंगे यूडीआईडी कार्ड, जान लीजिए आवेदन करने की पूरी प्रक्रिया

सीवान: हाथी पांव से ग्रसित मरीजों के लिए खुशखबरी है. अब वे भी सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे. दरअसल, फाइलेरिया के कारण हाथीपांव से पीड़ित मरीजों को अब स्वास्थ्य विभाग दिव्यांगता प्रमाण पत्र देगा. प्रमाण पत्र के लिए आवेदक आवेदन कर सकते हैं. इसके साथ ही उन्हें अन्य योजनाओं का भी लाभ मिलेगा. वहीं सीवान सदर अस्पताल सहित जिले के सभी पीएचसी व सीएचसी के चिकित्सा प्रभारी फाइलेरिया के मरीजों की जांच कर उनकी स्थिति के अनुसार दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत करेंगे.

40 फीसदी से अधिक अपंगता वाले का बनेगा दिव्यांग प्रमाण पत्र

सीवान जिले में अभी 15 मरीजों ने दिव्यांगता प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया है. वहीं जिन मरीजों में 40 फीसदी या उससे अधिक अपंगता है, उन मरीजों का ही दिव्यांग प्रमाण पत्र बनेगा. ऐसे मरीज राज्य तथा केंद्र सरकार से दिव्यांग को मिलने वाली योजनाओं का लाभ ले पाएंगे. इसके लिए एक यूनिक डिसेबिलिटी आइडेंटिटी (यूडीआईडी) कार्ड जेनरेट होता है. बता दें कि फाइलेरिया के कारण दिव्यांग हुए मरीजों को प्रमाण पत्र  बनवाने के लिए साइबर कैफे या फिर सुविधा केंद्रों में जाकर वेबपोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. साथ हीं अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी अस्पताल से भी संपर्क कर सकते हैं.

इन कागजातों की पड़ेगी जरूरत

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. एम आर रंजन ने बताया कि पीड़ित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाया जा रहा है. जिन मरीजों का सात या छह ग्रेड होगा, उनका प्रमाण पत्र बनाया जाएगा. इसके बाद ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र की मदद से सरकारी योजनाओं व सुविधाओं का लाभ ले सकता है. प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आवेदक के पास आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, दिव्यांग होने का मान्यता प्राप्त प्रमाण पत्र, बैंक खाता पासबुक, चालू मोबाइल नंबर औऱ पोसपोर्ट साइज फोटो रहना अनिवार्य है.

Tags: Bihar health department, Bihar News, Siwan news

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