नई दिल्ली. मोदी कैबिनेट 3.0 के शहथ ग्रहण समारोह के दौरान एक बात चर्चा में रही कि शपथ ग्रहण के लिए पहले गठबंधन में शामिल छोटे दलों को बुलाया गया और मंत्री पद की शपथ दिलाई गयी, इसके बाद प्रमुख बड़े के सांसदों को शपथ दिलाई गयी. हालांकि बीच-बीच में भाजपा के सांसदों को भी शपथ दिलाई जा रही थी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शपथ ग्रहण के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेताओं राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा और शिवराज सिंह चौहान जैसे वरिष्ठ नेताओं को शपथ दिलायी गयी. इसके बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस के प्रमुख एचडी कुमार स्वामी को शपथ ग्रहण के लिए बुलाया गया. उनकी पार्टी में उन्हें मिलाकर केवल दो सांसद हैं. वहीं, हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के जीतनराम मांझी को शपथ ग्रहण के लिए बुलाया गया. वो अपनी पार्टी के अकेले सांसद हैं.
इसके बाद जेडीयू के राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह को शपथ के लिए बुलाया गया. वो जेडीयू के सांसद हैं और पार्टी के 12 सांसद हैं. फिर टीडीपी के राम मोहन नायडू ने शपथ ली. टीडीपी के 16 सांसद हैं. इस तरह गठबंधन में शामिल छोटे दलों के सांसदों को पहले शपथ ग्रहण कराया गया है. जो चर्चा का विषय बना रहा.
FIRST PUBLISHED : June 9, 2024, 20:37 IST