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भारतीय जैन संघटना कर रहा है बेहतरीन काम, तालाबों को दे रहा है नया जीवन, आप भी आगे आकर करें मदद

सिरोही. वैसे तो कई संस्थाएं और संगठन जल संरक्षण के लिए जागरुकता का काम कर रहे हैं, लेकिन जैन समाज की एक संस्था ऐसी है जो जमीनी स्तर पर काम में लगी है. ये संस्था तालाबों को गहरा करवाकर बारिश का पानी जमा करने में अहम भूमिका निभा रही है. इस संस्था का नाम है भारतीय जैन संघटना. ये संस्था सिरोही जिले में दो साल में अब तक 8 तालाबों को नया जीवन दे चुकी है. संस्था ने तालाबों को गहरा करवाया तो इनकी भराव क्षमता बढ़ गयी. इसका लाभ आसपास के गांव को मिलने लगा है. जमीन के अंदर और कुओं का जलस्तर भी इससे बढ़ गया.

तालाबों को गहरा करवाने के दौरान निकलने वाली गाद (तालाब की गीली मिट्टी), खेती के लिए काफी उपजाऊ मानी जाती है. जैन संघटना गांव में काश्तकारों की बैठक कर उन्हें जागरुक करती है और  काश्तकारों को ये मिट्टी निशुल्क देती है.

देश के 100 से अधिक जिलों में काम
संस्था के आबूरोड इकाई अध्यक्ष अंकित शाह ने लोकल-18 को बताया भारत सरकार के नीति आयोग ने संस्था के साथ पूरे देश में 100 से भी अधिक जिलों में ये काम करने का एमओयू किया है. संस्था ने तालाबों को गहरा करने की शुरुआत 2013 में महाराष्ट्र के बीड से की थी और शहर को सूखा मुक्त करवाया था. पिछले साल आबूरोड तहसील के सांतपुर तालाब को गहरा करवाया. इससे तालाब में वॉटर स्टोरेज बढ़ा है. हर साल ये तालाब गर्मियों में सूख जाता था, लेकिन गहरा करवाने के बाद ये साल भर से पानी से भरा हुआ है. यूआईटी इस तालाब को गहरा करवा रही थी. इस पर 40 लाख रुपए खर्च था लेकिन भारतीय जैन संघटना संस्था ने अपने खर्च पर पूरा करवाया. कल 26 जून को पिंडवाड़ा में कलेक्टर की उपस्थिति में इन सभी गांवों के सरपंचों का अभिनंदन कर तालाबों को सौंप दिया जाएगा.

7 तालाबों की सफाई और खुदाई
भारतीय जैन संघटना ने जिले में 7 तालाबों का पुनरुद्धार किया है. इनमें पिंडवाड़ा का सीताराम सरोवर, तरूंगी मुख्य तालाब, वीरवाड़ा महादेव नाड़ी, मांडवा का मंडोवर तालाब, रामपुरा का देवलिया नाड़ी, वेरापुरा के पड़ाकरा नाड़ी और आबूरोड तहसील का आमथला मुख्य तालाब में खुदाई और सफाई करवाई गयी.

तालाबों की क्षमता बढ़ी 
इन सभी सातों तालाब में से कुल 84 हजार 762 क्यूबिक मीटर मिट्टी (जमी हुई गाद) को मशीनों से खुदाई कर निकाला गया. ये मिट्टी मुफ्त में इलाके के किसानों को दे दी गयी. किसान अपने खर्चे पर तालाब से ये मिट्टी अपने खेतों तक ले गए. इससे उनके खेतों की उर्वरा शक्ति बेहतर हुई. खुदाई औऱ सफाई के बाद सभी तालाबों में कुल 8 करोड़ 47 लाख 62 हजार लीटर पानी की क्षमता बढ़ी है.

ये हैं सक्रिय सदस्य-भारतीय जैन संघटना के आबूरोड अध्यक्ष अंकित शाह, सचिव अरविंद गोदावत, संरक्षक व मार्गदर्शक सुरेश कोठारी अरविंद कोठारी, मुकेश हिरानी और आबूरोड जैन संघ के अध्यक्ष पोपटभाई जैन एवं जिला प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर शालू शर्मा लगातार जल संरक्षण के इस काम में जुटे हुए हैं. इनकी देखरेख में तालाबों को गहरा करवाने का काम किया गया है.

Tags: Local18, Sirohi news, Water conservation

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