Search
Close this search box.

दिलजीत दोसांझ ने इंदौर शो में राहत इंदौरी की ग़ज़ल पढ़कर दिया एकता और राष्ट्रवाद का संदेश

दिलजीत दोसांझ ने इंदौर शो में राहत इंदौरी की ग़ज़ल पढ़कर दिया एकता और राष्ट्रवाद का संदेश

Diljit Dosanjh: 'हिंदुस्तान किसी के बाप का थोड़ी है...', इंदौर में अपने शो के बीच दिलजीत ने क्यों कही ऐसी बात
पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ इन दिनों अपने दिल-मिनाती टूर के चलते सुर्खियों में हैं। इस टूर के दौरान उनके शो में हजारों फैंस जुट रहे हैं और उनके लाइव प्रदर्शन के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। हाल ही में दिलजीत ने मध्य प्रदेश के इंदौर में एक शो किया, जहां उनका एक वीडियो खूब चर्चा में आया।

इंदौर में अपने शो के दौरान, दिलजीत दोसांझ ने राहत इंदौरी की एक मशहूर ग़ज़ल का हिस्सा पढ़ा, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस ग़ज़ल में राहत इंदौरी के शब्द थे:

“अगर क़िल्ल हैं हों दो, जान होलो है, ये सब धुआं है, आसमां होलो है, सभी का खून शामिल है, यहां की मिट्टी में किसी के बाप का हिंदुस्तान होलो है।”

इस ग़ज़ल के जरिए दिलजीत ने एकता और राष्ट्रवाद का संदेश दिया, यह बताते हुए कि यह देश सभी की कुर्बानियों का नतीजा है और इस पर किसी का एकाधिकार नहीं हो सकता। दिलजीत ने इस भावनात्मक ग़ज़ल का पाठ करते हुए राष्ट्र प्रेम और एकता को प्राथमिकता दी।

हालांकि, इस ग़ज़ल को पढ़ने के कारण कुछ विवाद भी खड़े हुए। इंदौर में दिलजीत के शो से एक दिन पहले बजरंग दल ने शो के खिलाफ पुलिस से शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि दिलजीत ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान देश विरोधी टिप्पणियां की थीं और वह खालिस्तान के समर्थक हैं। बजरंग दल ने यह भी कहा कि वह ऐसे व्यक्ति को माँ अहिल्या की नगरी में शो करने की अनुमति नहीं देंगे।

इन सब विवादों के बावजूद दिलजीत ने अपनी परफॉर्मेंस में इंदौरी शायर राहत इंदौरी की ग़ज़ल पढ़ कर एकता का संदेश दिया, जो कि उनके फैंस के बीच खूब पसंद किया गया।

Leave a Comment

और पढ़ें

  • JAPJEE FAMILY DENTAL CLINIC
  • Ai / Market My Stique Ai
  • Buzz Open / Ai Website / Ai Tool