चंडीगढ़ के क्लबों के बाहर बम ब्लास्ट करने वाले आरोपियों का नया CCTV फुटेज आया सामने,
चंडीगढ़ के सेक्टर-24 स्थित दो क्लबों के बाहर बम ब्लास्ट करने वाले आरोपियों का एक नया CCTV फुटेज सामने आया है। इस फुटेज में आरोपी बाइक पर एयरपोर्ट रोड के पास एक मॉल और घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं। पुलिस आरोपियों का पीछा करते हुए चंडीगढ़ से मोहाली होकर पटियाला रोड पर स्थित टोल प्लाजा तक पहुंची, लेकिन मोहाली में आरोपियों का पता नहीं चला और वे गायब हो गए। इसके बाद से आरोपी किसी भी सीसीटीवी कैमरे में नजर नहीं आए।
पुलिस लगातार मोहाली और आसपास के इलाकों में लगे कैमरों की जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच क्लब संचालकों और बाउंसरों से पूछताछ कर रही है, और इस मामले को एक्सटॉर्शन से जोड़कर भी देखा जा रहा है, क्योंकि कई क्लब मालिकों को रंगदारी की कॉल्स मिल चुकी थीं। गैंगस्टर गोल्डी बराड़ द्वारा जारी पोस्ट में यह दावा किया गया था कि प्रोटेक्शन मनी न देने पर यह हमला करवाया गया।
पुलिस को अब तक क्या मिला?
चंडीगढ़ की ऑपरेशन सेल, क्राइम ब्रांच, डिस्ट्रिक्ट सेल और थानों की पुलिस संयुक्त रूप से मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने चंडीगढ़ लाइट प्वाइंट और चौराहों के कैमरे खंगाले और मोहाली स्थित एयरपोर्ट रोड पर आइशर लाइट प्वाइंट तक पहुंचे, जहां एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी में आरोपी बाइक पर तेज रफ्तार से निकलते हुए दिखाई दिए।
आरोपी हेलमेट पहने हुए थे और शॉल ओढ़े हुए थे, जिससे उनकी पहचान में कठिनाई हो रही थी। पुलिस का मानना है कि इस वारदात को पूरी प्लानिंग के तहत अंजाम दिया गया था, क्योंकि आरोपी शहर में घुसने और भागने के रास्तों की जानकारी रखते थे।
एयरपोर्ट रोड पर स्थित कई गांवों की जांच की जा रही है, और पुलिस ने टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले, लेकिन कोई खास लीड नहीं मिली। पुलिस को शक है कि आरोपी एयरपोर्ट चौक से लांडरा रोड की तरफ फरार हुए होंगे या फिर आसपास के गांवों में छिपे होंगे।
अब जानिए, पुलिस को जांच में अब तक क्या मिला:
चंडीगढ़ की ऑपरेशन सेल, क्राइम ब्रांच, डिस्ट्रिक्ट सेल और थानों की पुलिस मिलकर मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने चंडीगढ़ लाइट पॉइंट और चौराहों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, और इस दौरान वे मोहाली स्थित एयरपोर्ट रोड पर आइशर लाइट पॉइंट तक पहुंचे। यहां तक आरोपी बाइक पर सवार होकर कैमरे में कैद हुए। आइशर लाइट पॉइंट के पास एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में आरोपी बाइक सवार तेज रफ्तार से निकलते हुए दिखाई दिए।
आरोपी इस स्थान से मोहाली एयरपोर्ट चौक की तरफ भागे, और उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था तथा शॉल ओढ़कर अपने शरीर को ढक रखा था। घटना के बाद आरोपियों ने कहीं भी रुकने की कोशिश नहीं की, जिससे पुलिस उनके बाइक के नंबर को नोट नहीं कर पाई। इसके अलावा, घटना के समय अंधेरा भी था, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हुआ। पुलिस का मानना है कि यह वारदात पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दी गई थी, और आरोपियों को पहले से शहर में घुसने और भागने के रास्तों की पूरी जानकारी थी।
एयरपोर्ट रोड के आसपास कई गांव स्थित हैं, और पुलिस ने इस क्षेत्र में स्थित पटियाला रोड के टोल प्लाजा के सीसीटीवी कैमरे भी चेक किए, लेकिन यहां से भी पुलिस को कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई। पुलिस को शक है कि आरोपी एयरपोर्ट चौक से राइट होकर लांडरा रोड की तरफ फरार हो गए हैं या फिर आसपास के गांवों में जाकर छिप गए हैं।
अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला…
- धमाके का घटनाक्रम
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित दो प्रमुख क्लबों, सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर मंगलवार, 3:15 बजे सुबह बाइक सवार युवकों ने बम फेंके। इन धमाकों के कारण दोनों क्लबों के शीशे टूट गए। यह घटना उस समय घटी जब क्लब बंद थे और किसी प्रकार के जनहानि की सूचना नहीं है। - सेविले बार एंड लाउंज का मालिकाना हक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। बादशाह का नाम अब इस मामले में जुड़ने से इसकी गंभीरता और बढ़ गई है। - लॉरेंस गैंग ने जिम्मेदारी ली
धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। इस बारे में गैंग के प्रमुख सदस्य गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली, हालांकि इसे कुछ देर बाद डिलीट कर दिया गया। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि यह पोस्ट किस फोन से और कहां से अपलोड की गई थी। - गोल्डी बराड़ का संदेश
गोल्डी बराड़ द्वारा डाली गई सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा था, “दो ब्लास्ट की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा लेते हैं। इन दोनों क्लबों के मालिकों को प्रोटेक्शन मनी के लिए मैसेज किया था। मगर इन्हें हमारी कॉल की घंटी नहीं सुनाई दे रही थी। इनकी कान खोलने के लिए ये धमाके किए गए हैं। जो भी हमारे कॉल्स को इग्नोर कर रहे हैं, वह समझ जाएं कि इससे भी कुछ बड़ा हो सकता है।” - पुलिस की जांच
पुलिस इस पोस्ट और धमाकों के मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। वे यह पता लगाने में लगी हैं कि धमाकों के पीछे गैंगस्टरों का हाथ है और यह धमाके रंगदारी से जुड़े थे या नहीं। पुलिस ने क्लब के मालिकों और बाउंसरों से पूछताछ शुरू कर दी है, और क्राइम ब्रांच को मामले की जांच सौंपी गई है।
यह घटना शहर में गैंगवार और रंगदारी के मामलों को लेकर गंभीर सवाल उठाती है, जिससे पुलिस प्रशासन को भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए और भी सख्त कदम उठाने की आवश्यकता होगी।
सिक्योरिटी गार्ड से बोला- तू मेरा क्या कर लेगा
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर हुए धमाकों के बाद, क्लब के सिक्योरिटी गार्ड पूर्ण सिंह ने अपनी बयान में कहा कि आरोपी बाइक पर आए थे। एक युवक बाइक को स्टार्ट करके खड़ा था, जबकि दूसरा युवक विस्फोटक फेंककर धमाका कर रहा था। धमाके की आवाज सुनकर वह तुरंत मौके पर पहुंचे और देखा कि क्लब का शीशा टूटा हुआ था। इस दौरान वहां दूसरा सिक्योरिटी गार्ड नरेश भी खड़ा था। एक हमलावर ने नरेश से कहा, “तू मेरा क्या कर लेगा?” इस दौरान उनके चेहरे ढंके हुए थे। इसके बाद दोनों हमलावर तेजी से भाग गए।
इलाके की स्थिति
यह घटना चंडीगढ़ के एक पॉश एरिया में हुई, जहां पर सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब स्थित हैं। इसके पास ही सब्जी मंडी है और कई केंद्रीय संस्थान भी नजदीक में स्थित हैं। इस इलाके के पास पुलिस लाइन और सेक्टर-26 का थाना भी है, जिससे यह घटना और भी चौंकाने वाली बन जाती है, क्योंकि यह एक सुरक्षा-गुंज क्षेत्र है।
पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है, और यह आशंका जताई जा रही है कि यह धमाका रंगदारी से जुड़ा हुआ हो सकता है, जैसा कि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ की पोस्ट से संकेत मिलता है।
दोनों क्लबों के बीच 30 मीटर की दूरी
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर हुए धमाके की जांच में अब यह सामने आया है कि दोनों क्लबों के बीच केवल 30 मीटर की दूरी है। धमाके करने वाले नकाबपोश आरोपी सेक्टर-26 थाने के पास से होकर आए थे। वे स्लिप रोड पर अपनी बाइक खड़ी करने के बाद सबसे पहले सेविले बार एंड लाउंज के बाहर देसी बम फेंकने आए। इसके बाद, वे तुरंत डि’ओरा क्लब के बाहर भी बम फेंकने पहुंचे।
धमाकों का समय और नुकसान
धमाके उस समय हुए जब दोनों क्लब बंद थे, इस कारण कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, धमाके के कारण क्लब के शीशे टूट गए थे। घटनास्थल पर सिर्फ सिक्योरिटी गार्ड मौजूद था, जिसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। उसकी सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और पूरे मामले की जांच तेज कर दी।
इस घटना से यह साफ होता है कि आरोपियों ने योजना के तहत यह हमला किया था, क्योंकि उन्होंने क्लब बंद होने का समय चुना और फिर तेजी से दोनों क्लबों को निशाना बनाया।